नई दिल्ली : शेयर मार्केट में फर्जीवाड़े को उजागर करती अभिनेता सेफ अली खान की मूवी ‘बाजार’ भले ही 2018 में रिलीज हुई हो। मगर यह धंधा दशकों से चल रहा है। क्राइम ब्रांच के हत्थे चढ़े आरोपी रोहित कुमार तो सिर्फ एक पियांदा है। गिरोह का मास्टरमाइंड तो डॉ. अमित लखनपाल है, जो क्रिप्टो करेंसी में निवेश के नाम पर आए करोड़ों रुपए लेकर दुबई फरार है। इस गिरोह ने सैकड़ों लोगों से कुछ दिनों में ही 2500 यूएस डॉलर का मुनाफा होने की बातकर करीब 80 करोड़ रुपए की ठगी की है।
पुलिस के हत्थे चढ़े आरोपी रोहित कुमार ने पुलिस को बताया है कि वह पूर्वांचल विश्वविद्यालय से ग्रेजुएट है। वह वर्ष 2007 में दिल्ली आया था। उसने नामी कंपनियों में नौकरी की। जिसके बाद जुलाई 2017 में फर्जी वर्चुअल क्रिप्टो करेंसी के कारोबारी डॉ. अमित लखनपाल से जुड़ गया। जिसके बाद वर्चुअल क्रिप्टो करेंसी के नाम पर मनी ट्रेड कॉइन लांच की।
जाल में फंसे लोगों को झांसा देते कि वे तीन यूएस डॉलर का निवेश करेंगे तो कुछ ही दिनों में उसकी कीमत बढ़कर 2500 यूएस डॉलर हो जाएगी। अपने साथ दूसरों को जोड़ेंगे तो उन्हें दो गुना और फायदा होगा। लोगों को भ्रम में लेने के लिए उन्होंने पांच सितारा होटल में भी कार्यक्रम किया। जिसमें सैकड़ों लोग पहुंचे।
उन्हें ऊंचे-ऊंचे सपने दिखाकर उनका विश्वास जीतकर ट्रेड कॉइन में निवेश के नाम पर करीब 80 करोड़ रुपए ठगी की वारदात को अंजाम दिया। गौरतलब है कि गत 31 दिसंबर 2018 को संतोष कुमार ने क्राइम ब्रांच को शिकायत दी कि उसके साथ क्रिप्टो करेंसी के नाम पर 21 लाख रुपए से अधिक की ठगी हुई है। तुरंत मुकदमा दर्ज कर जांच का जिम्मा डीसीपी भीष्म सिंह के नेतृत्व में एसीपी सिद्धार्थ जैन व इंस्पेक्टर संदीप मल्होत्रा की टीम का गठन किया गया।
पुलिस टीम को जांच में पता चला कि ठग रोहित कुमार, डॉ. अमित लखनपाल, राजेंद्र कुमार शाह व अन्यों ने दिल्ली, मुंबई और देश के कई शहरों के अलावा दुबई में इन लोगों ने पांच सितारा होटलो में कार्यक्रम आयोजित किए। उन्होंने वर्चुअल क्रिप्टो करेंसी लांच की।