चंडीगढ़ : हरियाणा में नए साल के दौरान भाजपा का पूरा फोकस संगठन और सरकार के बीच तालमेल पर रहेगा। सरकार में जहां संगठन के कार्यकर्ताओं की पूछ होगी, वहीं मुख्यमंत्री मनोहर लाल जिलाध्यक्षों द्वारा तय किए गए कार्यक्रमों में प्राथमिकता से शामिल होंगे। मुख्यमंत्री ने सभी जिलाध्यक्षों को अपने जिलों में कार्यक्रम तय करने के निर्देश दिए है।
मुख्यमंत्री निवास पर करीब दो घंटे चली जिलाध्यक्षों की बैठक में संगठनात्मक चुनाव की रूपरेखा तैयार की गई। इससे पहले मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने अपने कैबिनेट के मंत्रियों के साथ लंच किया। कई विधायकों, अधिकारियों और पूर्व विधायकों ने मुख्यमंत्री से मुलाकात कर उन्हें नए साल की शुभकामनाएं दी। जिलाध्यक्षों के साथ सीएम ने शाम की चाय पी। प्रदेश अध्यक्ष सुभाष बराला की मौजूदगी में हुई बैठक में तय हुआ कि अब हर माह मुख्यमंत्री के साथ जिलाध्यक्षों का संवाद होगा।
बैठक में पांच जनवरी से 12 जनवरी तक लोगों के बीच जाने का फैसला हुआ, ताकि नागरिकता कानून पर विपक्ष के हर हमले का जवाब दिया जा सके। हर महीने के पहले बुधवार को जिला अध्यक्षों के साथ बैठक हुआ करेगी।बैठक में पांच से 15 जनवरी तक मंडल अध्यक्षों के चुनाव और 31 जनवरी तक जिलाध्यक्षों के चुनाव की प्रक्रिया पूरी करने पर सहमति बनी। यदि राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव पहले हो गया तो प्रदेश अध्यक्ष का मनोनयन होगा अन्यथा चुनाव कराया जाएगा।
प्रदेश अध्यक्ष सुभाष बराला, प्रांतीय महामंत्री चौ. वेदपाल एडवोकेट और संदीप जोशी ने बताया कि बैठक में जिला स्तर पर पार्टी की कोर ग्र्रुप की बैठकें हर माह करने पर सहमति बनी है। जिला कोर ग्र्रुप की बैठकों में सीएम के दोनों राजनीतिक सचिव कृष्ण कुमार बेदी और अजय कुमार गौड़ भी मौजूद रहेंगे।
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने बैठक में सरकार की योजनाओं को जन-जन तक पहुंचाने तथा विपक्ष के हमलों का जवाब देने के निर्देश जिलाध्यक्षों को दिए। उन्होंने कहा कि अब राज्य भर में जो भी कार्यक्रम जिलाध्यक्ष तय करेंगे, उनमें सरकार के मुखिया के नाते वे स्वयं शामिल होंगे। प्रांतीय महामंत्री चौ. वेदपाल एडवोकेट के अनुसार संगठनात्मक चुनाव की प्रक्रिया में तेजी लाने के साथ ही नियमित संवाद पर चर्चा हुई है।