डेरा सच्चा सौदा की अध्यक्ष विपासना इंसां अब भी हरियाणा पुलिस के हाथ नहीं लग रही है लेकिन प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) उससे दो बार पूछताछ कर चुका है। निदेशालय पिछले वर्ष आज ही के दिन गुरमीत राम रहीम सिंह को बलात्कार का दोषी ठहराये जाने के बाद भड़की हिंसा के बाद से उससे दो बार पूछताछ कर चुका है।
विपासना इंसां और गुरमीत के प्रवक्ता आदित्य इंसां के नाम पंचकूला और सिरसा में हुई व्यापक हिंसा के सिलसिले में अति वांछित लोगों की सूची में है। इस हिंसा में 40 से अधिक लोग मारे गये थे। अपनी दो अनुयायियों के साथ पिछले वर्ष 25 अगस्त को गुरमीत को दोषी ठहराये जाने के बाद से वह सलाखों के पीछे है।
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इसके बाद उसके समर्थकों ने पंचकूला और सिरसा में काफी उत्पात मचाया और करोड़ों रूपये मूल्य की संपत्तियों को क्षतिग्रस्त कर दिया। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ”हमारी टीम विपासना इंसां और आदित्य इंसां को गिरफ्तार करने का प्रयास कर रही है।”
प्रवर्तन निदेशालय ने आठ अगस्त को पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय में सौंपी अपनी एक रिपोर्ट में कहा था कि इस अवधि के दौरान उससे (विपासना से) दो बार पूछताछ की गई है। एजेंसी डेरा की वित्तीय संपत्तियों और वित्तीय गतिविधियों में कथित अनियमितताओं की जांच कर रही है।
विपासना इस वर्ष फरवरी में मामले में अपना नाम जुड़ने से पहले हरियाणा पुलिस के विशेष जांच दल के समक्ष पेश हुई थी। इसके बाद से वह पुलिस के हाथ नहीं लग पाई है। पुलिस ने आदित्य इंसां की गिरफ्तारी के लिए सूचना देने वाले को पांच लाख रुपये का इनाम देने की घोषणा की है।
हरियाणा पुलिस ने हिंसा, आगजनी और सार्वजनिक तथा निजी संपत्तियों को नुकसान पहुंचाने के सिलसिले में डेरा समर्थकों के खिलाफ 240 मामले दर्ज किये थे। रोहतक की सुनारिया जेल में न्यायाधीश ने गुरमीत को 20 वर्ष की सजा सुनाई थी। वह इस जेल में ही बंद है। अधिकारियों ने बताया कि डेरा प्रमुख जेल के अंदर सब्जियां उगा कर अब तक छह हजार रुपये कमा चुका है।