करनाल: करनाल लोकसभा से सांसद अश्विनी चोपड़ा ने मंगलवार देर रात कल्पना चावला मेडिकल कालेज का औचक निरीक्षण किया। सांसद के साथ भाजपा के जिला अध्यक्ष जगमोहन आनंद भी थे। सांसद के औचक निरीक्षण को लेकर अस्पताल में हड़कंप मच गया। सांसद के अस्पताल की सूचना मिलने पर सीएमओ डा. योगेश शर्मा मौके पर पहुंच गए। हालांकि कालेज के निदेशक यहां उपस्थित नहीं थे। सांसद ने स्टाफ से भी पूछताछ की, लेकिन निदेशक की अनुपस्थिति को लेकर उनके पास कोई जवाब नहीं मिला। जानकारी के अनुसार सांसद अश्विनी चोपड़ा ने मरीजों से भी उनके पास जाकर हालचाल जाना।
ट्रामा सेंटर में करीब आधा घंटा तक रहे सांसद अश्विनी चोपड़ा ने बीमार मरीजों व उनके परिजनों से अस्पताल की व्यवस्था को लेकर चर्चा की। इस दौरान मरीजों व परिजनों ने अस्पताल की व्यवस्था से संतुष्ट न होकर वहां के प्रबंधकों पर कई तरह के आरोप लगाए। जिस पर नाराज हुए सांसद ने मौजूद चिकित्सकों व स्टाफ की जमकर क्लास लगाई। अस्पताल की व्यवस्था को लेकर सांसद ने काफी नाराज दिखाई दिए। सीएमओ योगेश कुमार ने सांसद को वहां की व्यवस्था से अवगत कराया, लेकिन सांसद ट्रामा सेंटर में उपचार ले रहे मरीजों की आपबीती सुनकर मेडिकल कालेज के अधिकारियों से खफा दिखाई दिए। सांसद ने यहां तक कह दिया कि लगता है कि कल्पना चावला मेडिकल कालेज का कोई वारिस नहीं है। लेकिन अधिकारी इस मुहिम को असफल करने पर उतारू हैं। सांसद ने स्पष्ट कहा कि वह मेडिकल कालेज में अव्यवस्था को लेकर सीए व केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री से भी बातचीत कर अधिकारियों की शिकायत करेंगे।
निदेशक की जमकर की खिंचाई
सांसद अश्विनी चोपड़ा जब निरीक्षण के बाद वापस लौट रहे थे तो इस दौरान कालेज के निदेशक का फोन उनके पास आया। निदेशक ने अपनी अनुपस्थिति की सफाई देनी चाही, लेकिन सांसद ने उनकी एक नहीं सुनीं और अव्यवस्था से नाराज सांसद ने जमकर निदेशक को फटकार लगाई।
अक्सर विवादों में रहा है कल्पना चावला मेडिकल कालेज
कल्पना चावला मेडिकल कालेज निर्माण के बाद से ही विवादों में रहा है। डाक्टरों के व्यवहार को लेकर मरीज और उनके तिमारदार अक्सर नाराज दिखाई पड़ते हैं। कई बार डाक्टरों द्वारा मरीजों से मारपीट की जा चुकी है। मरीजों का इलाज करने की बजाए उन्हें प्राइवेट अस्पतालों में रेफर कर दिया जाता है।
पहले भी दिए थे दिशा-निर्देश
अपने औचक निरीक्षण के दौरान सांसद अश्विनी चोपड़ा ने कष्ट निवारण समिति की घटना का जिक्र करते हुए कहा कि जिला कष्ट निवारण समिति की बैठक में मौजूद राज्य मंत्री नायब सिंह सैनी ने भी अस्पताल प्रबंधन की कारगुजारियों को लेकर उन्हें दिशा-निर्देश दिए थे। इसके बावजूद भी आज कल्पना चावला मेडिकल कालेज बदहाल व्यवस्था में कार्य कर रहा है।