करनाल: संविधान निर्माता डा. भीमराव अम्बेड़कर के पौत्र डा. प्रकाश अम्बेड़कर ने कहा है कि देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की दुर्गति आने वाले चुनावों में ठीक उसी तरह होगी। जिस तरह से कांग्रेस की दुर्गति 2014 के चुनावों में हुई थी। उन्होंने मनमोहन सिंह को सॉफ्ट हिन्दूत्ववादी तथा नरेन्द्र मोदी को हार्ड हिन्दूत्ववादी बताया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस और भाजपा आपस में मिली हुई है। करनाल में पत्रकारों से बातचीत करते हुए उन्होंने भ्रष्टाचार की चर्चा करते हुए कहा कि मनमोहन सिंह के समय में सरकार ने 713 मिलियन डॉलर में रफेल विमान खरीदा था और उसकी तकनीक भी खरीदी। वहीं मोदी सरकार ने साढ़े 1200 मिलियन डॉलर में रफेल खरीदा और उसकी तकनीकी अधिकार खरीदकर अंबानी को सौंप दिए।
जबकि इसी विमान को खाडी देश में मात्र 300 मिलियन डॉलर में खरीदा था। आरक्षण का फायदा 70 सालों में काफी हद तक लोगों में पहुंचा है। जब तक जातिवादी व्यवस्था खत्म नहीं हो जाती। तब तक आरक्षण जारी रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि आज जरूरत है कि हर इंटैलीजैंट बच्चे को उसकी पसंद के अनुसार एजूकेशन मिलें न कि उस पर विषय थौपे जाएं। शिक्षा में परिवर्तन आज जरूरी है। उन्होंने कहा कि अफसोस की बात है कि आजादी के 70 साल बाद भी शिक्षा पर केन्द्र सरकार मात्र 2 प्रतिशत बजट खत्म कर रही है। जबकि इसे बढ़ाकर 10 प्रतिशत करना चाहिए। उन्होंने कहा कि आज जमाना बदल रहा है।
एक नई पीढ़ी आ रही है। जो खुद को नौकरी, विकास और शांति चाहती है। इन तीनो को जो भी पूरा कर सकेगा वहीं देश पर राज करेगा। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि सामाजिक समानता की शुरूआत हो चुकी है, बस सीमा क्रोस करना बाकि है। एक सवाल के जवाब में उन्होंने बताया कि हर राजनीतिक पार्टी देश को मानसिक और शैक्षणिक तौर पर गुलाम बनाना चाहती है। जिससे उसकी राजनीतिक रोटी शिकती रहे। आरक्षण विकास का मुद्दा नहीं है, आरक्षण के नाम पर राजनेता नफरत फैला रहे है।
जो अन्याय के शिकार विद्यार्थी है, उन्हें उनका हक मिलना चाहिए। बाबा अम्बेडकर ने जो सपना देश के लिए देखा था वह राजनीतिक महत्वकांक्षा की भेट चढ़ चुका है। इस मौके पर अदब के राष्ट्रीय अध्यक्ष रमेश सैनी, युवा नेता कृष्ण कुटेल, कर्म सिंह भुक्कल, डा. नरेन्द्र सिंह, रामकृष्ण बरसालू, आजाद सिंह, प्रहलान चहल, धर्मबीर, डा. बलबीर सिंह दहिया, सुरेन्द्र आजाद, सोमपाल समेत अन्य लोग मौजूद थे।
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– हरीश चावला