Sleep Disorders: किसी गंभीर बीमारी का संकेत हो सकता है रात में नींद न आना?

लोकसभा चुनाव 2024

पहला चरण - 19 अप्रैल

Days
Hours
Minutes
Seconds

102 सीट

दूसरा चरण - 26 अप्रैल

Days
Hours
Minutes
Seconds

89 सीट

तीसरा चरण - 7 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

94 सीट

चौथा चरण - 13 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

96 सीट

पांचवां चरण - 20 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

49 सीट

छठा चरण - 25 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

57 सीट

सातवां चरण - 1 जून

Days
Hours
Minutes
Seconds

57 सीट

तीसरा चरण - 7 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

94 सीट

किसी गंभीर बीमारी का संकेत हो सकता है रात में नींद न आना?

आज के समय में लोगों को रात में नींद न आने की समस्या आम हो गई है।ये समस्या किसी भी उम्र में और कई कारणों से हो सकती है। हालांकि, अगर ये दिक्कत लंबे समय तक बनी रहती है तो इसे गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का संकेत माना जा सकता है। कुछ स्थितियों में इसको गंभीर बीमारियों का संकेत भी माना जाता है जिसको लेकर आपको विशेष सावधानी बरतने की जरूरी हो जाती है।

  • लोगों में आम हो गई है नींद न आने की समस्या
  • नींद न आने की वजह से हो सकती है कई बीमारियां
  • रोज रात में कम से कम 6-8 घंटे की नींद लेनी चाहिए

नींद न आने की वजह से शारीरिक-मानसिक तौर पर होता है असर

स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं, सभी उम्र के लोगों के लिए जरूरी है कि आप रोज रात में कम से कम 6-8 घंटे की नींद जरूर लें। अगर आपको अक्सर नींद लेने में कठिनाई होती है तो इस बारे में समय रहते विशेषज्ञ की सलाह लेना आवश्यक हो जाता है। कुछ स्थितियों में नींद न आने की समस्या को शरीर में बन रहे गंभीर रोगों के कारण के तौर पर देखा जाता है जिसका समय पर उपचार जरूरी हो जाता है।ज्यादातर बच्चों में समस्या का पता लगाने के दौरान पाया गया कि वह तनावपूर्ण जीवन की घटनाओं और चिकित्सा समस्याओं के शिकार थे। विशेषज्ञों का कहना है कि बच्चों-वयस्कों में नींद न आने की समस्या के कारण शारीरिक-मानसिक दोनों प्रकार की सेहत पर गंभीर असर हो सकता है।आइए जानते हैं कि किन स्वास्थ्य समस्याओं के कारण नींद प्रभावित हो सकती है?

14 13

स्ट्रेस और डिप्रेशन

मानसिक स्वास्थ्य समस्याएं नींद न आने का एक सबसे बड़ा कारण हैं कि बच्चों-वयस्कों की जीवनशैली, दिनचर्या, शारीरिक गतिविधियों में कमी और उनके आस-पास के नकारात्मक वातावरण के कारण अवसाद और चिंता के मामले बढ़ सकते हैं। मानसिक स्वास्थ्य की इन समस्याओं के कारण नींद न आने की दिक्कत सबसे प्रमुख रूप से देखी जाती है। स्ट्रेस और डिप्रेशन जैसी समस्याओं का समय पर उपचार बहुत आवश्यक है।

15 12

पाचन विकारों की समस्या

पेट और पाचन संबंधी समस्याओं का सामना करने वाले लोगों को स्वस्थ लोगों की तुलना में कम नींद का अनुभव हो सकता है। पाचन विकार शारीरिक और मानसिक असहजता को बढ़ाने वाली मानी जाती हैं, जिससे रात में सोना कठिन हो सकता है। इतना ही नहीं आपकी नींद जितनी ज्यादा प्रभावित रहती है, पाचन स्वास्थ्य की दिक्कतों के बढ़ने का खतरा भी उतना ही अधिक हो सकता है, इसलिए नींद की समस्याओं पर गंभीरता से ध्यान दिया जाना चाहिए।

16 14

न्यूरोलॉजिकल विकार

न्यूरोलॉजिकल स्वास्थ्य समस्याओं का जोखिम काफी कुछ वर्षों में तेजी से बढ़ता हुआ देखा जा रहा है, ये आपमें नींद से संबंधित समस्याओं का भी कारण बन सकती हैं। स्लीप एपनिया, ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एपनिया, अनिद्रा और पैरासोमनिया जैसी न्यूरोलॉजिकल स्थितियां नींद की गुणवत्ता में बाधा डाल सकती हैं और इसके लक्षणों को बढ़ा सकती हैं।

17 17

आर्टिकल में बताई गई विधि, तरीक़ों और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें. Punjabkesari.com इसकी पुष्टि नहीं करता है।

देश और दुनिया की तमाम खबरों के लिए हमारा YouTube Channel ‘PUNJAB KESARI’ को अभी subscribe करें। आप हमें FACEBOOK, INSTAGRAM और TWITTER पर भी फॉलो कर सकते हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

thirteen + one =

पंजाब केसरी एक हिंदी भाषा का समाचार पत्र है जो भारत में पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश और दिल्ली के कई केंद्रों से प्रकाशित होता है।