साल भर से भारत में g20 को लेकर लाखों तैयारी हो रही थी जिसका आयोजन 9 सितंबर से लेकर 10 सितंबर के बीच हुआ जहां दो दिवसीय जी 20 शिखर सम्मेलन का सफलतापूर्वक आयोजन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किया गया। 1 साल पहले ही भारत को ही अध्यक्षता दी गई थी कि अबकी बार जी-20 की कमान उसके कंधे पर होगी और हुआ भी कुछ ऐसा ही भारत में एक ऐसी अध्यक्षता दिखाई जैसा कभी किसी ने ना दिखाई हो। देश-विदेश से आए लोगों ने भारत की तारीफ की है भारत की तारीफ करने के साथ-साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भी तारीफ करके जा रहे हैं कि उनका देश एक ऐसे नेताओं के साथ जुड़ा हुआ है जो देश के सिर्फ तरक्की और प्रगति ही चाहते हैं। लेकिन जी-20 के समापन के बाद अब भारत में फिर से सियासी जंग शुरू हो चुका है जहां एक के बाद एक विपक्षी नेता जी-20 शिखर सम्मेलन को लेकर अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं साथ ही भाजपा पर पलटवार करते हुए नजर आ रहे हैं। चली जानते हैं कि आखिरकार जी-20 समापन के बाद विपक्षी नेताओं ने क्या कुछ कहा है।
क्या कहे अधीर रंजन चौधरी?
जब देश के राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा की-20 समारोह के लिए एक डिनर आयोजित किया गया था तो कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे को किसी भी प्रकार का आमंत्रण पत्र नहीं मिला, जिस कारण कांग्रेस आग बबूला हो चुकी है इस डिनर पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार गए जिसको लेकर कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी काफी विवादित बयान दे रहे हैं वह कह रहे हैं कि आखिरकार उनका जाने की क्या आवश्यकता थी?
राहुल गांधी ने साधा केंद्र सरकार पर निशाना!
वहीं राहुल गांधी ने भी जी-20 समापन के बाद केंद्र सरकार पर निशाना चाहते हुए एक पोस्ट साझा किया जिसमें उन्होंने लिखा भारत सरकार हमारे गरीब लोगों और जानवरों को छुपा रही है हमारे मेहमानों से भारत की हकीकत छुपाने की जरूरत नहीं है।।
वहीं राहुल गांधी के बयानों पर पलटवार करते हुए ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा है कि कुछ डाल ऐसे होते हैं जिन्हें जब भारत विश्व में एक सितारे के रूप में उभर रहा हो तब उन्हें बैचेनी का अनुभव होता है। उन्होंने आगे कहा कि कुछ लोगों की विचारधारा अपनी लकीर लंबी खींचने की नहीं बल्कि दूसरों की लकीरों को छोटा करने की है।
शरद पवार ने कहा कि हमारा कर्तव्य है
वही शरद पवार ने भी मोदी सरकार पर निशाना साधा है एनसीपी के अध्यक्ष शरद परिवार ने कहा है कि ऐसे सम्मेलनों की मेजबानी करना हमारा कर्तव्य है इस तरह के आयोजन भारत में पहले दो बार हुए थे एक बार जब इंदिरा गांधी प्रधानमंत्री रह चुकी थी और वैश्विक नेता भाग लेने भारत आए थे लेकिन चांदी और सोने के प्लेटों को पहली बार देखा गया है।
लालू प्रसाद ने भी उठाए सवाल
राष्ट्रीय जनता दल के सुप्रीमो और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद ने केंद्र सरकार पर सवाल उठाते हुए कहा कि भारत के आम लोगों को g20 सम्मेलन से क्या लाभ मिलेगा उन्होंने यह भी कहा कि देश में स्थिति अच्छी नहीं है महंगाई और बेरोजगारी चरम पर है लोग भुखमरी के शिकार हो रहे हैं साथ ही उन्होंने कहा की नरेंद्र मोदी के चुनाव करीब आते देख फिर लोगों को ठगना शुरू कर दिया।