कोरोना महामारी के बीच देश में वैक्सीन की किल्लत ने चिंता बढ़ा दी, लेकिन अगले दो महीने के अंदर देश में बड़ी संख्या में वैक्सीन उपलब्ध होगी। AIIMS डायरेक्टर रणदीप गुलेरिया ने कहा कि संभवत दो महीने में बड़ी संख्या में वैक्सीन उपलब्ध होगी, क्योंकि वैक्सीन बनाने वाली कंपनियां अपने विनिर्माण संयंत्र खोलना शुरू कर देंगी और बाहर से भी वैक्सीन उपलब्ध होगी।
गुलेरिया ने कहा कि कोविशील्ड, कोवैक्सिन, स्पुतनिक का निर्माण भारत में अधिक से अधिक विनिर्माण संयंत्रों द्वारा किया जाएगा। स्पुतनिक ने निर्माण के लिए भारत में कई कंपनियों के साथ करार किया है। भारत बायोटेक और एसआईआई द्वारा नए संयंत्र स्थापित किए जा रहे हैं। और संभवतः जुलाई-अगस्त तक हमारे पास बड़ी संख्या में खुराक उपलब्ध होंगी।
टीकाकरण की रणनीति पर करना होगा काम
रणदीप गुलेरिया ने कहा कि एक या दो महीने के दौरान देश में सभी लोगों का टीकाकरण संभव नहीं है। ऐसे में हमें 2, 3 या फिर 4 महीने बाद कम आयु वर्ग के लिए टीकाकरण की रणनीति पर काम करना चाहिए, जिससे कि अधिक से अधिक लोगों को कोरोना का टीका लगाया जा सके।
उन्होंने कहा, वैक्सीन स्ट्रेटजी का एक हिस्सा है, हमें स्वास्थ्य के अच्छे इंफ्रास्ट्रक्चर और कोविड उपयुक्त व्यवहार को सुनिश्चित करना होगा। गुलेरिया ने कहा, मेरा अब भी मानना है कि कोरोना वायरस संक्रमण की चपेट में आने पर बुजुर्गों और कम रोग प्रतिरोधक झमता वाले मरीजों की जान जाने की ज्यादा संभावना होती है। ऐसे में हमें ऐसे लोगों का टीकाकरण करने की ओर ध्यान देना चाहिए।
बता दें कि शुक्रवार को देश में कोरोना संक्रमण के 326,123 नए मामले सामने आए हैं, जो इस महीने यानी मई में सबसे कम है। वहीं महामारी से मरने वालों की संख्या 3879 रही, इसके साथ ही अब तक मृतक का आंकड़ा बढ़कर 2,66,207 पंहुचा गया।