रांची : झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास ने किसानों और उत्पादकों को अधिकतम लाभ देने के लिए लघु एवं कुटीर उद्यम बोर्ड से बाजार की मांग के अनुरूप उत्पाद तैयार करने को कहा है। श्री दास ने आज यहां झारखंड मंत्रालय में लघु एवं कुटीर उद्यम बोर्ड की समीक्षा बैठक के दौरान कहा कि बोर्ड का कार्य ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को वनोपज समेत अन्य साधनों से रोजगार के अवसर मुहैया कराना है।
उन्होंने उपस्थित अधिकारियों को उत्पाद तैयार करने से पूर्व इसके लिए बाजार खोजने का निर्देश देते हुए कहा कि इससे जहां एक ओर बाजार की जरूरत के अनुरूप उत्पाद तैयार किया जा सकेगा वहीं दूसरी तरफ किसानों और उत्पादकों को पूरा लाभ भी मिल सकेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि देश का अधिकतर लाह झारखंड में होता है।
लाह से उत्पाद तैयार करने पर किसानों को अच्छी कीमत मिल सकती है। इसी प्रकार मधुमक्खी पालन कर भी ग्रामीण अच्छी कमाई कर सकते है। मुख्यमंत्री ने बैठक में कहा कि हैंडीक्राफ्ट बनानेवाले राज्यभर के कलाकारों का पंजीयन करायें और इसके लिए अखबारों में विज्ञापन भी दें। इससे यह भी पता चलेगा कि राज्य में किस विधा के कितने कलाकार हैं।
ऐसे लोगों को बाजार के अनुरूप उत्पाद तैयार करने का प्रशिक्षण देकर उनकी आमदनी बढ़ायी जा सकती है। श्री दास ने कहा कि लाह की तरह ही राज्य में बांस भी बड़ी मात्रा में होता हैं। इनके उत्पादों की बाजार में अच्छी मांग है। बांस से बने उत्पादों को बेहतर बाजार मिल सकता है। बैठक में मुख्य सचिव राजबाला वर्मा, विकास आयुक्त अमित खरे, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव संजय कुमार, सचिव सुनील बर्णवाल, खाद्य आपूर्ति सचिव विनय चौबे, उद्योग निदेशक के रविकुमार, बोर्ड की सीइओ रेणु गोपीनाथ पाणिकर समेत अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
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