दुमका, (वार्ता): झारखंड की राज्यपाल द्रोपदी मुर्मू ने देश के विकास में आमलोगों के सहयोग को जरूरी बताया और कहा कि सभी को तन्मयता से जुटकर अपना योगदान सुनिश्चित करना होगा। श्रीमती मुर्मू ने 71वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर राज्य की उपराजधानी दुमका के पुलिस मैदान में आयोजित मुख्य समारोह में राष्ट्रीय ध्वज फहराया और जवानों के परेड की सलामी ली। उन्होंने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि राष्ट्र को तेजी से प्रगति के मार्ग पर ले जाने के लिए आमलोगों को पूरी तन्यमता से जुटकर अपना योगदान सुनिश्चित करना होगा।
उन्होंने केन्द्र और राज्य सरकार की शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क, पेयजल, महिला सशक्तिकरण सहित विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं की चर्चा करते हुए कहा कि इन योजनाओं का समुचित लाभ लक्षित समूहों तक पहुंचाने के लिए प्रशासन को चुस्त-दुरूस्त, संवेदनशील और पारदर्शी होने की आवश्यकता है। इससे अंतिम पंक्ति में खड़े व्यक्ति तक विकास का लाभ पहुंचा कर उनके चेहरे पर मुस्कान लाया जा सकता है।
श्रीमती मुर्मू ने राज्यवासियों को स्वतंत्रता दिवस की बधाई देते हुए कहा कि इस बार स्वतंत्रता दिवस को संकल्प दिवस के रूप में मनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के सच्चे अनुयायी टाना भगतों को मुख्य धारा में लाने और उनके सर्वांगीण विकास के लिए राज्य सरकार ने टाना भगत विकास प्राधिकार का गठन किया है। इसके लिए चालू वित्त वर्ष में 10 करोड़ रुपये बजट प्रावधान किया गया है। साथ ही राज्य सरकार ने परम्परागत सामाजिक व्यवस्था को मजबूत बनाने के उद्देश्य से मानकी-मुंडा व्यवस्था को मान्यता प्रदान कर मानकी मुंडा, ग्राम प्रधान और डाकुवा की सम्मानित राशि में दोगुना बढ़ोतरी की है।
इस कारण अब मानकी को तीन हजार, मुंडा एवं ग्राम प्रधान को दो-दो हजार एवं डाकुवा को एक हजार रुपये सम्मानित राशि प्रत्येक महीने दी जा रही है। राज्यपाल ने कहा जल, जंगल और जमीन इस राज्य की सामाजिक और सांस्कृतिक पहचान है। यहां की जनजातियों के जीवन का हरेक पहलू जंगल से जुड़ा हुआ है। इन जनजातियों की संस्कृति को अक्षुण्ण बनाये रखने के लिए सरकार ने वन अधिकार अधिनियम के तहत संतालपरगना प्रमंडल क्षेत्र के देवघर, जामताड़ा, दुमका, गोड्डा, पाकुड़ और साहेबगंज जिले में लगभग 2180 हेक्टेयर भूमि ग्रामीणों के अधिकार के लिए उपलब्ध कराया है।
श्रीमती मुर्मू ने कहा कि संतालपरगना क्षेत्र में प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत 281 पथ और 41 पुल निर्माण का कार्य प्रगति पर है। साथ ही मुख्यमंत्री ग्राम सेतु निर्माण योजना के तहत वित्त वर्ष 2017-18 में 11 पुलों के निर्माण योजना को स्वीकृति दी गयी है। इसके अलावा चालू वित्त वर्ष में ही 954 किलोमीटर पथ निर्माण कर 386 बसावटों को जोडऩे का लक्ष्य निर्धारित किया गया है तथा दुमका में मयूराक्षी नदी पर उच्चस्तरीय पुल निर्माण योजना को भी मंजूरी दी गयी है।
श्रीमती मुर्मू ने कहा कि राज्य में केले की खेती की असीम संभावनाओं को देखते हुए सरकार ने संतालपरगना प्रमंडल के साहेबगंज जिले में इसकी खेती शुरू की गयी है। प्रारम्भिक तौर पर इस जिले के एक सौ कृषकों को केले की खेती के लिए प्रोत्साहित किया गया है। विश्वास है कि आनेवाले समय में संतालपरगना केले की खेती के मामले में विशिष्ठ पहचान बनाने में सफल होगा।