महाराष्ट्र बीजेपी के नेता और पूर्व ऊर्जा चंद्रशेखर बावनकुले ने बिजली उपभोक्ताओं को राहत नहीं दिए जाने पर 23 नवंबर को राज्य भर में आंदोलन की चेतावनी दी है। दरअसल, बिजली उपभोक्ताओं ने महामारी के बीच अधिक बिल आने पर राज्य की शिवसेना-राकांपा-कांग्रेस सरकार से शिकायत की है।
चंद्रशेखर बावनकुले ने कहा, ‘‘जो लोग रोजाना 300 यूनिट तक बिजली का उपयोग करते हैं, उन्हें मार्च से जून की अवधि के लिए बिल भुगतान से छूट मिलनी चाहिए। अपनी मांग के लिए पार्टी 23 नवंबर को बिल जलाने का विरोध प्रदर्शन करेगी।’’ उन्होंने कहा, ‘‘लोगों ने (लॉकडाउन के कारण) नौकरियां खोई हैं….बिजली के कई उपभोक्ताओं को बढ़े हुए बिल मिले हैं। सरकार को इन बिलों को सही करना चाहिए।’’
ऊर्जा मंत्री नितिन राउत के इस आरोप पर कि पूर्ववर्ती बीजेपी नीत सरकार ने बिजली कंपनियों के बकाया नहीं वसूला, बावनकुले ने कहा कि वह किसानों को राहत देना चाहती थी। उन्होंने कहा, ‘‘बीजेपी सरकार ने 45 लाख किसानों के बिजली बिलों की वसूली पर आगे नहीं बढ़ी क्योंकि वे संकट में थे…. हमने कोई भी बिजली कनेक्शन को नहीं काटा।’’
बीजेपी नेता ने आरोप लगाया, ‘‘लेकिन मौजूदा सरकार गरीबों के बिल माफ करने के अपने वादे को पूरा करने में विफल रहने से ध्यान हटाने के लिए इस मुद्दे को उठा रही है।’’ इससे पहले दिन में पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने दावा किया था कि बीजेपी के शासनकाल में तीन राज्य संचालित बिजली कंपनियों ने अच्छा प्रदर्शन किया।
बीजेपी के वरिष्ठ नेता फडणवीस ने कहा, ‘‘हमने बहुत सस्ती दर पर बिजली खरीदी … हमने गरीबों और किसानों को रियायत दी।’’ ऊर्जा मंत्री राउत ने इस सप्ताह कहा था कि सरकार बिजली बिलों में कोई राहत नहीं दे पाएगी। उन्होंने कहा था राज्य की बिजली कंपनियों को भारी नुकसान हो रहा है और यह पिछली बीजेपी सरकार के कारण है।