महाराष्ट्र में कोरोना वायरस (कोविड-19) का कहर लगातार बरकरार है। राज्य में वायरस का फैलाव कम होने का नाम नहीं ले रहा है। राज्य में महामारी से कोरोना योद्धा पुलिसकर्मी के चपेट में आने का सिलसिला भी जारी है। इस खतरनाक वायरस ने अब तक 22 पुलिसकर्मियों की जान ले ली है वहीं 2000 से अधिक में संक्रमण की पुष्टि की गयी है। एक अधिकारी ने गुरुवार को यह जानकारी दी।
अधिकारी ने कहा कि पिछले 24 घंटे में 130 से अधिक पुलिसकर्मी कोरोना वायरस से संक्रमित पाये गए हैं। इसके साथ ही संक्रमित पुलिसकर्मियों की कुल संख्या बढ़कर 2,095 हो गई है। उन्होंने कहा, ‘‘कुल संक्रमित पुलिसकर्मियों में से 236 अधिकारी हैं जबकि 1,859 अन्य कांस्टेबुलरी रैंक के कर्मचारी हैं। सभी का विभिन्न अस्पतालों में इलाज चल रहा है।’’
उन्होंने कहा कि अभी तक 75 अधिकारी और 822 कांस्टेबुलरी रैंक के कर्मी संक्रमण से ठीक हो चुके हैं।अधिकारी के अनुसार, लॉकडाउन के दौरान पुलिसकर्मियों पर हमले की 254 घटनाएं हुईं और इन मामलों के संबंध में अभी तक 833 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। उन्होंने कहा, ‘‘लॉकडाउन के दौरान असामाजिक तत्वों द्वारा 40 से अधिक स्वास्थ्य पेशेवरों पर भी हमले किये गए।’’
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उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र पुलिस ने लॉकडाउन आदेश का उल्लंघन करने के आरोप में भारतीय दंड संहिता की धारा 188 के तहत कम से कम 1,16,670 मामले दर्ज किये हैं जिसमें 23,314 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने कम से कम 705 लोगों का पता लगाया है जिन्होंने घर पर पृथक रहने के नियम का उल्लंघन किया। इस आंकड़े में मुम्बई शामिल नहीं है।उन्होंने कहा कि राज्य भर में पुलिस नियंत्रण कक्षों को कोरोना वायरस महामारी के संबंध में करीब 96,700 कॉल आयीं।
अधिकारी ने कहा कि पुलिस ने लॉकडाउन अवधि के दौरान अवैध परिवहन के 1,323 अपराध दर्ज किये और 75,813 वाहन जब्त किये हैं। विभिन्न अपराधों के लिए पुलिस द्वारा 5.75 करोड़ रुपये का जुर्माना वसूला गया है। बता दें कि कोरोना से अब तक राज्य में जान गंवाने वालों की संख्या 1897 हो गई है। वही कोरोना के 2190 नए मामले भी सामने आए हैं। जिससे संक्रमितों के कुल मामलों की तादाद 56,948 हो गई।