शिवसेना में कलह? रामदास कदम ने परब और सामंत पर लगाया पार्टी के साथ गद्दारी का आरोप - Latest News In Hindi, Breaking News In Hindi, ताजा ख़बरें, Daily News In Hindi

लोकसभा चुनाव 2024

पहला चरण - 19 अप्रैल

Days
Hours
Minutes
Seconds

102 सीट

दूसरा चरण - 26 अप्रैल

Days
Hours
Minutes
Seconds

89 सीट

तीसरा चरण - 7 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

94 सीट

चौथा चरण - 13 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

96 सीट

पांचवां चरण - 20 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

49 सीट

छठा चरण - 25 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

57 सीट

सातवां चरण - 1 जून

Days
Hours
Minutes
Seconds

57 सीट

तीसरा चरण - 7 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

94 सीट

शिवसेना में कलह? रामदास कदम ने परब और सामंत पर लगाया पार्टी के साथ गद्दारी का आरोप

कदम ने आरोप लगाया कि दोनों मंत्री उन्हें भी राजनीतिक रूप से खत्म करने की कोशिश कर रहे हैं। हालांकि, उन्होंने कहा कि वह हमेशा “शिवसैनिक” बने रहेंगे और पार्टी कभी नहीं छोड़ेंगे।

महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ शिवसेना में कलह की खबरें सामने आ रही हैं। शिवसेना नेता रामदास कदम ने अपने साथी नेताओं तथा मंत्री अनिल परब व उदय सामंत पर एनसीपी के साथ मिलकर पार्टी को खत्म करने का आरोप लगाया। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि वह मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के साथ मुलाकात के बाद अपने भविष्य के कदम के बारे में कोई फैसला लेंगे।
कदम ने आरोप लगाया कि दोनों मंत्री उन्हें भी राजनीतिक रूप से खत्म करने की कोशिश कर रहे हैं। हालांकि, उन्होंने कहा कि वह हमेशा ”शिवसैनिक” बने रहेंगे और पार्टी कभी नहीं छोड़ेंगे। साल 2019 में एनसीपी और कांग्रेस से हाथ मिलाकर राज्य में सरकार बनाने के बाद पहली बार उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली पार्टी शिवसेना में मतभेद खुलकर सामने आए हैं। 

ओडिशा : DRDO ने अब्दुल कलाम द्वीप पर किया ‘अग्नि पी’ मिसाइल का सफल परीक्षण, निर्धारित लक्ष्य को किया पूरा

कदम ने संवाददाताओं से बात करते हुए आरोप लगाया कि राज्य के परिवहन मंत्री परब और उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री सामंत एनसीपी के साथ साठगांठ कर रत्नागिरी जिले में शिवसेना को खत्म कर रहे हैं। उन्होंने कहा, ”परब के खिलाफ बोलने का मतलब शिवसेना विरोधी रुख अपनाना नहीं है। परब और सामंत को इसलिये मंत्री बनाया गया था ताकि शिवसेना को मजबूत किया जा सके, न कि पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को खत्म करने के लिए, जिन्होंने पार्टी को अपना खून-पसीना दिया है।” 
कदम ने आरोप लगाया कि कोंकण क्षेत्र शिवसेना का गढ़ है, लेकिन दोनों मंत्री वहां पार्टी के अस्तित्व को खत्म करने की कोशिश कर रहे हैं। परब रत्नागिरी जिले के प्रभारी मंत्री हैं, जबकि सामंत सिंधुदुर्ग जिले के प्रभारी मंत्री हैं। रामदास कदम को हाल में मुंबई स्थानीय निकाय निर्वाचन क्षेत्र से विधान परिषद चुनावों के लिए पार्टी द्वारा नामित नहीं किया गया था। 
कदम ने कहा कि 2019 में जब महा विकास आघाड़ी (एमवीए) सरकार बनी थी, तो उन्होंने ठाकरे को सुझाव दिया था कि उनके जैसे वरिष्ठ नेता, सुभाष देसाई और दिवाकर रावते कैबिनेट में युवा नेताओं को जगह दे सकते हैं। उन्होंने कहा, ”रावते और देसाई राजी हो गए थे, लेकिन देसाई का नाम मंत्रिपरिषद की पहली सूची में देखकर मैं हैरान था।”सवालों के जवाब में कदम ने कहा कि वह ठाकरे से मिलकर यह जानना चाहते हैं क्या वह परब के विचारों और कार्यशैली से सहमत हैं। 

कांग्रेस अंशकालिक पार्टी! AAP और TMC विधानसभा चुनाव से पहले गोवा में विभाजन करने आई हैं: देवेंद्र फडणवीस

कदम ने कहा, ”बैठक के बाद मैं अपने भावी कदम का फैसला करूंगा। मैं शिवसेना कभी नहीं छोड़ूंगा और भले ही मुझे पार्टी से निकाल दिया जाए, मैं शिव सैनिक बना रहूंगा। लेकिन मेरे बच्चे अपना निर्णय लेने के लिए स्वतंत्र हैं।” उन्होंने कहा, ”मैं कभी भगवा झंडा नहीं छोड़ूंगा।”
यह पूछे जाने पर कि क्या वह बीजेपी में शामिल होंगे क्योंकि उसका प्रतीक भी भगवा है, तो उन्होंने कहा कि दोनों दलों (शिवसेना और बीजेपी) के बीच अंतर है और वह कभी भी शिवसेना नहीं छोड़ेंगे। कदम ने कहा कि वह पिछले दो वर्षों में ठाकरे के निजी आवास ‘मातोश्री’ नहीं गए हैं। 
उन्होंने कहा, ”मैंने पार्टी मामलों के बारे में उद्धवजी को एक विस्तृत पत्र लिखा है। अगर मुझे बैठक के लिए बुलाया जाता है, तो मैं अपनी स्थिति स्पष्ट करूंगा, जिसके बाद मैं अपने भविष्य के बारे में फैसला लूंगा।” उद्धव ठाकरे के मुख्यमंत्री बनने के बाद शिवसेना के किसी वरिष्ठ नेता की ओर से यह पहली बगावत है। अतीत में, छगन भुजबल, नारायण राणे और राज ठाकरे जैसे कुछ चर्चित नेता पार्टी छोड़ चुके हैं। 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

one × one =

पंजाब केसरी एक हिंदी भाषा का समाचार पत्र है जो भारत में पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश और दिल्ली के कई केंद्रों से प्रकाशित होता है।