कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) के वीर सावरकर को लेकर किए गए दावे के बाद सियासत तेज हो गई है। राहुल ने अपने दावे में कहा कि सावरकर ने अंग्रेजों की मदद की थी और जेल में रहने के दौरान उन्होंने माफीनामे पर हस्ताक्षर करके महात्मा गांधी और भारतीय नेताओं को धोखा दिया था। उनके इस बयान पर शिवसेना (उद्धव ठाकरे) नेता संजय राउत का बयान सामने आया।
संजय राउत ने शुक्रवार को बोलते हुआ कहा कि वीर सावरकर पर ऐसा आरोप लगाना यह न महाराष्ट्र को और न शिवसेना को मंजूर है। महाराष्ट्र के कांग्रेस के नेता भी समर्थन नहीं करेंगे। यह मुद्दा लाने की जरूरत नहीं थी। इससे MVA में भी दरार आ सकती है।
उन्होंने कहा कि हम 10 साल से उनको भारत रत्न देने की बात कर रहे हैं, केंद्र में भाजपा की सरकार होने के बाद भी वह उनको सम्मान क्यों नहीं दे रहे हैं? क्या उनका सावरकर प्रेम नकली हैं? BJP और RSS के लिए वह आदर्श पुरुष कभी नहीं रहे। उनका सावरकर प्रेम नकली है।
उद्धव ठाकरे ने कहा वीर सावरकर का सम्मान करें, मै राहुल गांधी के बयान का समर्थन नहीं करता
राहुल गांधी ने गत मंगलवार को भी वाशिम जिले में आयोजित एक रैली में हिंदुत्व विचारक सावरकर पर निशाना साधते हुए दावा किया, ‘‘सावरकर जी ने अंग्रेजों की मदद की। उन्होंने अंग्रेजों को चिट्ठी लिखकर कहा – सर, मैं आपका नौकर रहना चाहता हूं।’’ उनके इस बयान के बाद बीजेपी कांग्रेस पर हमलावर हो गई।
राहुल के बयान पर उद्धव ने दी प्रतिक्रिया
इसके बाद महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने राहुल गांधी की आलोचना करते हुए कहा था कि वह स्वतंत्रता सेनानी के बारे में ‘‘पूरी तरह झूठ’’ बोल रहे हैं। वहीं पूर्व मुख्यमंत्री और शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने गुरुवार को कहा कि वह कांग्रेस नेता की टिप्पणी का समर्थन नहीं करते हैं क्योंकि वह सावरकर का सम्मान करते हैं।