सुशांत सिंह राजपूत की मौत के मामले की जांच कर रही सीबीआई की टीम फोरेंसिक विशेषज्ञों के साथ शनिवार की दोपहर को अभिनेता के बांद्रा स्थित आवास पर पहुंची। एक अधिकारी ने बताया कि राजपूत के फ्लैट में सीबीआई की टीम फोरेंसिक विशेषज्ञों के साथ मिल कर क्राइम सीन को री-क्रिएट किया, जहां वह 14 जून को लटकते पाए गए थे।
केंद्रीय एजेंसी की टीम और फोरेंसिक विशेषज्ञ दोपहर ढाई बजे मों ब्लां अपार्टमेंट पहुंचे। अधिकारी ने बताया, ‘‘वे घटना की उन कड़ियों को जोड़ने के लिए फ्लैट में पहुंचे जिनके कारण अभिनेता की मौत हुई थी।’’ सीबीआई के अधिकारी और केंद्रीय फोरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला (सीएफएसएल) के विशेषज्ञ सात से अधिक वाहनों में उनके आवास पर पहुंचे। उनके पहुंचते ही मीडियाकर्मियों और लोगों की वहां भारी भीड़ लग गई।
अधिकारी ने कहा, ‘‘राजपूत के रसोइया नीरज और फ्लैट में उनके साथ रहने वाले सिद्धार्थ पिठानी भी सीबीआई की टीम के साथ थे।’’ अधिकारी ने बताया कि करीब 5 घंटे बाद भी जांच टीम फ्लैट के बाहर आयी। टीम पहले भवन के छत पर गई और फिर फ्लैट में गई। अधिकारी ने बताया कि सीबीआई टीम जांच कर रही थी कि क्या आत्महत्या वहां पर संभव थी।
भवन में रहने वाली एक महिला ने संवाददाताओं को बताया कि सुशांत की मौत से एक दिन पहले उनके आवास पर कोई पार्टी नहीं हुई थी, जैसा कि मीडिया के एक धड़े में दावा किया गया था। अधिकारी के मुताबिक सीबीआई के अधिकारियों ने सांता क्रूज में आईएएफ के अतिथि गृह में पिठानी के बयान दर्ज किए। इसी स्थान पर केंद्रीय एजेंसी के सदस्य ठहरे हुए हैं। केंद्रीय एजेंसी ने शुक्रवार को नीरज से पूछताछ की।
एक अन्य अधिकारी ने बताया कि सीबीआई की एक दूसरी टीम ने शनिवार को कूपर अस्पताल का दौरा किया जहां दिवंगत अभिनेता का पोस्टमार्टम हुआ था। उन्होंने कहा कि टीम ने कूपर अस्पताल के डीन से मुलाकात की थी। उन्होंने कहा कि अधिकारी उन चिकित्सकों से भी मिलेंगे जिन्होंने पोस्टमार्टम किया था।
उन्होंने कहा कि सीबीआई की एक और टीम ने बांद्रा थाने का दौरा किया जहां उन्होंने अभिनेता की मौत की जांच करने वाले मुंबई पुलिस के अधिकारियों से मुलाकात की।
अधिकारी ने बताया कि सीबीआई की टीम ने इस मामले में दूसरी बार बांद्रा थाने का दौरा किया है। उच्चतम न्यायालय ने बुधवार को राजपूत की कथित आत्महत्या मामले की जांच सीबीआई को सौंप दी। इसके बाद सीबीआई ने जांच शुरू कर दी।