उत्तराखंड के अल्मोड़ा जनपद के सल्ट में अनुसूचित जाति के दुल्हे को सवर्णों द्वारा कथित रूप से घोड़ से उतारने का मामले की जांच अब नागरिक पुलिस करेगी। अल्मोड़ा जिला प्रशासन की ओर से मामले की गंभीरता को देखते हुए राजस्व पुलिस से मामले को नियमित पुलिस को सौंप दिया गया है।
जाति सूचक शब्द इस्तेमाल करने का आरोप
अल्मोड़ के सल्ट तहसील के ग्राम मझबाखली, ग्राम सभा थला मनराल में विगत दो मई को कुछ सवर्णों द्वारा मैडाली (थला तड़याल) निवासी दर्शनलाल के सुपुत्र विक्रम को बतौर दुल्हा को घोड़ से उतारने का मामला सामने आया था। आरोप है कि गांव के कुछ लोगों ने परंपरागत रिवाज का हवाला देते हुए स्थानीय मंदिर के पास दुल्हे को घोड़ से उतारने की बात कही। आरोप है कि आरोपियों ने इस दौरान जाति सूचक शब्द का इस्तेमाल भी किया।
पीडीत के पिता ने घटना की शिकायत पीएम राज्यपाल से की
दुल्हे के पिता दर्शनलाल की ओर से इस मामले की शिकायत प्रधानमंत्री, प्रदेश के राज्यपाल, अनुसूचित जाति-जनजाति (एससी-एसटी) आयोग के साथ ही जिलाधिकारी व उपजिलाधिकारी से की गयी। इस मामले के प्रकाश में आने के बाद राजस्व पुलिस हरकत में आयी और आरोपी तारा देवी, जिबुली देवी, रूपा देवी, भगा देवी, मना देवी व कुबेर सिंह के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया।
राजस्व अधिकारी करेंगे मामले की जांच
अभी इस मामले में कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है। जिलाधिकारी वंदना की ओर से प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए इस मामले की जांच राजस्व पुलिस से नियमित पुलिस को सौंप दी गयी है। वरिष्ठ पुलिस अधिकारी प्रदीप राय की ओर से इस मामले में जांच अधिकारी नियुक्त कर दिया गया है।