लुधियाना-जालंधर : गुंडा तत्वों और कुख्यात गैंगस्टरों को अकसर काबू करने वाला खाकी वर्दीधारी सीआईए स्टाफ कपूरथला में इंचार्ज के तौर पर तैनात इंस्पेक्टर इंद्रजीत सिंह आज स्वयं ही सादी वर्दीधारी पुलिस के जाल में फंस जाएंगा, इसकी शायद उसने कभी कल्पना नहीं की होंगी। थानेदार इंद्रजीत सिंह को आज एसटीएफ (स्पेशल टास्क फोर्स) की एसआईटी (स्पैशल इंवेस्टीगेशन टीम) ने आज सुबह-सवेरे उन्हें नशों के मामलों में उनके घर उस वक्त 5 बजे के करीब गिरफ्तार किया जब वह सो कर उठे थे। इंद्रजीत सिंह ने पंजाब के राजा कंदोला, मुख्य ड्रग स्मगलरों समेत कई बड़े गैंगस्टरों को गिरफतार किया है।
पुलिस हिरासत में गैंगस्टरों के हाथों कत्ल हुए कुख्यात गैंगस्टार सूखा कहलवां ने जिस इंस्पेक्टर को मारने की कसम खाई थी, वह इंद्रजीत सिंह ही है।प्राप्त जानकारी के मुताबिक इंद्रजीत सिंह के तार नशों के सौदागरों के साथ जुड़े होने की सूचना मिली है। इंद्रजीत के संबंध जालंधर स्थित आदर्श नगर के रहने वाले पिंस नामक शख्स के साथ जुड़े है, जिन्हें पिछले दिनों एसआईटी की टीम ने काबू किया था। फिलहाल एसआईटी की टीम इंद्रजीत को काबू करके मोहाली स्थित मुख्यालय में ले गई है। जहां कड़ाई के साथ पूछताछ की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता।
जानकारी के मुताबिक स्पैशल टास्क फोर्स जालंधर के एआईजी मुखविंद्र सिंह की अगुवाई में इंसपेक्टर इंद्रजीत सिंह को जालंधर स्थ्ति पुलिस लाइन में गिरफतारी उपरांत तलाशी लेते वक्त 9 अलग-अलग बोरियों के अंदर 385 कारतूस, जिनमें 12 बोर के 41 रोंद, 315 बोर के 43 रोंद, 32 बोर के 60 रोंद, 9एमएम के 66 रोंद, 32 बोर के 33 रोंद, एकेएस 47 के 115 रोंद और 7162 के 125 रोंद शामिल है। एक विदेशी पिस्तौल, एक 32 बोर की रिवाल्वर, एक ए,के,एस – 47 असाल्ट राइफल, 50 लाख की भारतीय करंसी, 3550 इंगलैंड पोंडस और इनोवा कार न. 7676 बरामद हुई है।
जबकि इंस्पेकटर इंद्रजीत के फगवाड़ा स्थित दूसरे सरकारी क्वार्टर से 3 किलो स्मैक, 4 किलो हेरेाइन बरामद होने की सूचना है। यह भी पता चला है कि स्पैशल टास्क फोर्स द्वारा गिरफतार किए गए इंस्पेक्टर इंद्रजीत सिंह की बदली सीमावर्ती फिरोजपुर रेंज में हुई थी, वह 28 अप्रैल 2017 से 8 जून तक सीआईए स्टाफ कपूरथला के इंचार्ज रहें, परंतु अधिकांश वक्त वह फगवाड़ा में तैनात रहें है। जिक्रयोग है कि एसटीएफ के प्रमुख एडीजीपी हरप्रीत संधू इस संबंध में किसी भी वक्त पत्रकार सम्मेलन करके अन्य खुलासे कर सकते है।
– सुनीलराय कामरेड