राजस्थान के नगरीय विकास एवं स्वायत्त शासन मंत्री शांति धारीवाल ने राज्य सरकार को वैश्विक महामारी कोरोना के इस संकट को अति संवेदनशील बताते हुए कहा है कि कई स्तर पर प्रयास किये जा रहे है और कोटा शीघ्र ही ऑक्सीजन के मामले में आत्मनिर्भर हो जायेगा। धारीवाल ने अपने बयान में कहा कि यह आपदा का वक्त है। कोरोना की दूसरी लहर इतनी भयानक होगी, इसका किसी को भी अनुमान नहीं था। पूरा देश इस भयावहता से लड़ रहा है। राज्य सरकार अस्पतालों के संसाधनों में दिन-रात इजाफा कर रोगियों की जान बचाने का हरसंभव प्रयास कर रही है।
उन्होंने कहा अस्पताल की व्यवस्थाओं पर फीडबैक लेकर इसमें इजाफा करने, ऑक्सीजन वैक्सीन की उपलब्धता को लेकर मुख्यमंत्री और चिकित्सा मंत्री से संपर्क कर पूरे प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि कोरोना का मुकाबला करने के लिए जिला प्रशासन मुस्तैदी से जुड़ा हुआ है और अनेक डॉक्टर और नर्सिंग स्टाफ पूरी निष्ठा के साथ कोरोना से संक्रमित रोगियों की मदद कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि वह हर समय चाहे कोटा में या जयपुर में रहे, इस बारे में चिकित्सा अधिकारियों से जानकारी लेते रहते है और जो भी जरूरत बताई जाती है, उनको पूरा करने का हरसंभव प्रयास किया जाता है।
राज्य सरकार आपदा की इस घड़ी में अति संवेदनशील है और अपना फर्ज निभा रही है। कोटा में जल्द ऑक्सीजन को लेकर अब आत्मनिर्भरता हो जाएगी क्योंकि इसके लिए कई स्तर पर प्रयास किए जा रहे हैं। आपदा से चल रही जंग में हमारा सामूहिक प्रयास हमें जीत दिलाएगा। धारीवाल ने बताया कि जैसे ही ऑक्सीजन की उपलब्धता को लेकर परेशानी सामने आने लगी तो राज्य सरकार ने राजस्थान में तुरंत ऑक्सीजन प्लांट स्थापित करने के लिए मंजूरी दे दी। कोटा भी जल्दी ऑक्सीजन को लेकर आत्मनिर्भर हो जाएगा, जिससे बड़ी राहत मिलेगी।
राज्य सरकार की ओर से निजी अस्पतालों को भी निर्देश दिए गए हैं कि वह जल्द अपने अस्पतालों में ऑक्सीजन प्लांट स्थापित करें। उन्होंने कहा कि ऐसे नाजुक वक्त में विपक्ष राजनीति ना करें बल्कि राज्य सरकार के प्रयासों को गति देने में अपना योगदान दें ताकि इस महामारी को रोक पाने में सफलता मिल सके। वे अपने क्षेत्रों में राज्य सरकार की गाइडलाइन का पालन करने की आम लोगों से अपील करें। साथ ही अपने सुझाव भेजें ताकि राज्य सरकार जो प्रयास कर रही है उनमें उनकी तरफ से मिलने वाले सुझाव पर अमल कर महामारी के खिलाफ मजबूती के साथ जंग लड़ी जा सके।
उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में पैर पसार रहा कोरोना वायरस चिंताजनक है। इसके लिए ग्रामीण इलाकों में रोकथाम, रोगियों के इलाज और जागरूकता अभियान के निर्देश प्रशासन को दिए गए हैं। साथ ही जनप्रतिनिधियों से अपील की गई है कि वह अपने क्षेत्र में कोरोना से बचाव के लिए ग्रामीणों को जागरूक करें ताकि ग्रामीण क्षेत्रों में संक्रमण को फैलने से रोका जा सके।