9 फरवरी से खेले गए बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी टेस्ट सीरीज के पहले मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया को भारत ने पानी पिला कर रख दिया। भारतीय गेंदबाजों के आगे ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज पस्त दिखे। भारत के स्पिन गेंदबाजों ने ऑस्ट्रेलिया टीम के 8 खिलाड़ियों को पवेलियन भेजा तो वहीं दूसरे इनिंग में भी इतने ही खिलाड़ियों को क्रिज पर टिकने नहीं दिया। वहीं मुकाबले से पहले जहां ऑस्ट्रेलिया मीडिया ने भारतीय टीम पर आरोप लगाए थे कि वो पिच से छेड़छाड़ किया है और पिच पर लेफ्ट हैंड बैट्समैन को बल्लेबाजी करने में दिक्कत होगी, तो उसे भारतीय टीम के दोनों ही बाएं हाथ के बल्लेबाजों ने गलत प्रूफ कर दिया। वहीं अब मेहमान टीम की मीडिया ने मैच के बाद फिर से पिच को लेकर कंप्लेन किया हैं।
दरअसल पहले मुकाबले में तीसरे दिन ही शर्मनाक हार मिलने के बाद ऑस्ट्रेलिया टीम पिच पर प्रैक्टिस करना चाहती थी और खबर के अनुसार उन्होंने पहले ही सुचित कर दिया था। मगर मुकाबला जब शनिवार को खत्म हुआ तब ग्राउंड मैन ने पिच पर पहले ही पानी से सीच दिया था और ऑस्ट्रेलिया की टीम रविवार को दोपहर में प्रैक्टिस करना चाहती थी। ऑस्ट्रेलिया मीडिया का कहना है कि टीम को पर्याप्त मौके नहीं मिल रहे प्रैक्टिस करने के लिए। ऑस्ट्रेलिया के बल्लेबाज स्पिन पिच पर प्रैक्टिस करना चाहते थे, जिसके लिए कर्मचारियों को मुख्य विकेट और ट्रेनिंग पिचों को छोड़ने के लिए कहा गया था।
ऑस्ट्रेलिया के हेड कोच एंड्रयू मैकडॉनल्ड ने बताया कि रविवार को एक अभ्यास सत्र होना था ताकि खिलाड़ी स्पिन पिच को बेहतर तरीके से समझ सकें। उन्होंने कहा कि भारत जिस तरह की पिच पर खेलना चाहता है, यह साफ है। हम सबको पता है कि ऑस्ट्रेलिया जबसे टेस्ट सीरीज खेलने भारत आई है, तबसे अलग-अलग तरह के नखरे दिखा रही हैं और पिच को लेकर तो सबसे ज्यादा। अभ्यास मैच को लेकर ऑस्ट्रेलिया टीम की तरफ से इसलिए ही सिर्फ मना किया गया क्योंकि मेहमानों का मानना था कि अभ्यास मैच के दौरान भारत ऑरिजिनल पिच खेलने के लिए नहीं देता हैं। वही इसके बाद पहला मुकाबला शुरू होने से पहले जब ऑस्ट्रेलिया के खिलाड़ी पिच का मुआयना किए तब उनका कहना था कि भारत पिच से छेड़खानी की है, स्पिनरों को ज्यादा मदद मिलने वाली है और लेफ्ट हैंड बल्लेबाजों को खेलने में काफी परेशानी होगी।
इसके बाद पहले मैच के स्टार रहे जड्डू पर बॉल टेंपरिंग का आरोप लगाया, जिसे मैच रेफरी ने गलत ठहरा दिया, वहीं अब ये। तो अब तीन मैचों और बचे हुए हैं और ये देखना वाली बात होगी कि ऑस्ट्रेलियाई मीडिया अभी और कितना नाटक करता हैं। दूसरा मुकाबला दिल्ली में खेला जाने वाला है, वहीं तीसरे मुकाबले का वेन्यू धर्मशाला से हटाकर इंदौर के होल्कर स्टेडियम में कर दिया गया हैं। ऑस्ट्रेलिया कहीं ना कहीं भारतीय टीम के मानसिकता के साथ खेलना चाह रही होगी क्योंकि भारतीय टीम को यह सीरीज जीतना काफी अहम हैं तभी वो WTC के फाइनल में अपनी जगह बना पाएगी।