वैश्विक स्तर पर 84 प्रतिशत कर्मचारियों का मानना है कि कोविड-19 महामारी शुरू होने के बाद उनके संगठन की ‘संस्कृति’ में सुधार आया है। ईवाई के एक सर्वे में यह निष्कर्ष निकाला गया है।
भारत में सर्वे के अनुसार…
ईवी के 2022 के ‘वर्क रिइमेजिंड’ सर्वे में 36 प्रतिशत नियोक्ताओं ने कहा कि वे चाहते हैं कि उनके कर्मचारी सप्ताह में पांच दिन दफ्तर आकर काम करें। सर्वे में कंपनियों में नेतृत्व वाली भूमिका वाले 1,500 से अधिक अधिकारियों तथा 17,000 कर्मचारियों की राय शामिल की गई है। यह सर्वे 22 देशों के 26 उद्योग क्षेत्रों में किया गया। भारत में सर्वे में 100 अधिकारियों और 500 से अधिक कर्मचारियों के विचार लिए गए। सर्वे के अनुसार, कई देशों के महामारी से उबरने के बाद कर्मचारियों का अपने नियोक्ताओं पर ‘प्रभाव’ बढ़ा है। अपने संभावित नियोक्ताओं को लेकर वे क्या चाहते हैं इस बारे में भी उनकी ‘इच्छा सूची’ में बदलाव हो रहा है।
जानें- सर्वे में क्या कहा गया?
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक भारत में कर्मचारियों का रोजगार बाजार पर अब अधिक नियंत्रण है। करीब आधे कर्मचारियों ने कहा कि वे अगले 12 माह में नौकरी बदलेंगे। इसके पीछे वजह उनकी अधिक वेतन पाने की चाह है। ईवाई इंडिया के भागीदार और भारत में लीडर-श्रमबल सलाहकार सेवाएं अनुराग मलिक ने कहा कि पिछले साल की तुलना में श्रम बाजार में बदलाव आया है और सत्ता का संतुलन कर्मचारियों के पक्ष में झुका है। मलिक ने कहा कि कंपनियां या नियोक्ता अधिक लचीले कार्य घंटे उपलब्ध कराने की तैयारी कर रहे हैं, लेकिन उन्हें ऊंचा वेतन देने और संगठन के कुल ब्रांड निर्माण में निवेश करने की जरूरत है।