आजमगढ : समाजवादी पार्टी के नेता और सांसद धर्मेंद्र यादव ने शुक्रवार को कहा कि वाराणसी से तेज बहादुर का पर्चा खारिज होना भाजपा की साजिश है। धर्मेन्द्र ने बर्खास्त जवान तेज बहादुर का पर्चा खारिज होने को भाजपा की साजिश करार देते हुए कहा कि नकली चौकीदार असली चौकीदार से डर गये हैं। यही वजह है कि पूरी भाजपा चुनाव आयोग में बैठी थी और खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और अमित शाह वाराणसी में डेरा डाले थे।
उन्होंने कहा, ”इन्हें लगता है कि एक नौजवान सिपाही जो अपने हक की लड़ाई लड़ने मैदान में उतरा था, उसका पर्चा खारिज कराकर लड़ाई को कमजोर कर देंगे लेकिन ऐसा है नहीं । किसान, नौजवान, व्यवसायी सभी गुस्से में है और वोट के जरिये इसका जवाब नकली चौकीदार को देंगे।’’ हरबंशपुर में समाजवादी पार्टी के केंद्रीय चुनाव कार्यालय में मीडिया से बात करते हुए धर्मेंद्र ने कहा कि आजमगढ़ से हमारा रिश्ता पीढ़ियों से है। इसे जोड़ने का काम चौधरी चरण सिंह ने किया था।
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उन्होंने कहा, ”चौधरी साहब कहते थे कि बागपत छोड़ सकता हूं लेकिन आजमगढ़ नहीं। नेताजी मुलायम सिंह यादव कहते हैं कि अगर इटावा दिल है तो आजमगढ़ धड़कन। मैं समझता हूं कि समाजवादियों के आजमगढ़ से जज्बाती रिश्ते हैं।” उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव ने इस क्षेत्र को चुनकर उसी परम्परा का निर्वहन किया है । यहां अब तक की सबसे बड़ी ऐतिहासिक जीत अखिलेश यादव हासिल करेंगे। भाजपा प्रत्याशी दिनेश लाल यादव उर्फ निरहुआ से मिल रही टक्कर के सवाल पर उन्होंने कहा कि जो चुनाव लड़ता है सभी को टक्कर दिखाई देती है लेकिन असली फैसला जनता करती है ।