कृषि कानूनों के खिलाफ और सरकार पर दबाब बनाने के लिए किसानों की विभिन्न जगहों पर महापंचायत जारी है। रविवार को देहरादून डोईवाला किसान महापंचायत में भारतीय किसान यूृनियन के नेता नरेश टिकैत शामिल हुए। इस दौरान उन्होंने महापंचायत में अपना संबोधन कर सरकार से कानून वापसी की मांग दोहराई। डोईवाला महापंचायत में किसानों ने कृषि कानूनों के खिलाफ नाराजगी व्यक्त की, वहीं सरकार को भी चेताया। महापंचायत में सरकार के प्रति कड़े कदम उठाने की बात कही गई और लोगों से चुनाव में बीजेपी को दंडित करने की अपील भी की गई।
इस दौरान मंच से भाकियू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेश टिकैत ने कहा कि, इस आंदोलन में हमने ऐसा नहीं सोचा था कि इतना लंबा चल जाएगा, इससे पहले सरकार 5 या 10 दिन में मान जाती थी, लेकिन इस बार ऐसा नहीं हुआ है। उत्तर प्रदेश में हुए चुनाव में अपने समर्थन की बात कहते हुए टिकैत ने कहा कि पहली दफा हमने सरकार का समर्थन किया, वोट दिया और दिलवाया भी, लेकिन सरकार अपने दांव चलती रही। सरकार ने सांप्रदायिकता फैलाई, जिस तरह सरकार ने दांव खेला उसमें दूसरी कौम गलत दिखाई देती थी।
एक बार फिर मंच से टिकैत ने कहा कि बॉर्डर से हम सम्मान के साथ उठेंगे। कृषि कानूनों के खिलाफ अब ये आत्मसम्मान की लड़ाई है। बीजेपी का जगह जगह सामाजिक बहिष्कार किया जा रहा है। शादियों के कार्ड वापस लिए जा रहे हैं। यदि बॉर्डर पर एक भी आदमी को सरकार छेड़ेगी तो गांव-गांव में उनका घेराव किया जाएगा। डोईवाला में हुई महापंचायत में किसान नेताओं ने लोगों को कृषि कानूनों के नुकसान गिनाए।
इतना ही नहीं नरेश टिकैत ने लोगों से एक बार फिर भारत बंद का आह्वान किया और कहा कि ऐसा किया जाए कि महिलाएं और बच्चे घर से बाहर निकल कर सड़क जाम करें। नरेश टिकैत का रास्ते में कई जगह स्वागत किया गया। इस दौरान बाधराबाद टोल प्लाजा पर कुछ अज्ञात लोगों ने टोल प्लाजा में तोड़फोड़ करने का प्रयास भी किया। हालांकि जब किसानों से उनकी नाराजगी की वजह जाननी चाही तो एक व्यक्ति ने कहा कि जो उपद्रव करने की कोशिश कर रहे थे वो हमारे साथ के लोग नहीं थे, पहले ही टिकैत को बदनाम करने की कोशिश कर रहे थे।