55 की उम्र में ऐसा जज़्बा, पूरा किया बचपन का सपना, लोगों के लिए बने मिसाल, हासिल की D.Pharma की उपाधि - Latest News In Hindi, Breaking News In Hindi, ताजा ख़बरें, Daily News In Hindi

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55 की उम्र में ऐसा जज़्बा, पूरा किया बचपन का सपना, लोगों के लिए बने मिसाल, हासिल की D.Pharma की उपाधि

रायबरेली जिले के शिवगढ़ कस्बे के चौराहा निवासी 55 साल के रामस्वरूप ने अपने बचपन के सपने को बिना किसी की सहायता के तब साकार किया जब वह उम्र के ऐसे पसाव पर हैं जहां लोग हिम्मत हार कर बैठ जाते हैं।

पढ़ने-लिखने की कोई समय सीमा नहीं होती हैं। कुछ लोग इसे ज्यादा ही गंभीरता से लेते हैं और जुनून के साथ पूरा भी करते हैं, और यह साबित कर देते हैं कि यह सिर्फ कहने की बात नहीं है। 55 साल के रामस्वरूप ने वाकई कुछ ऐसी ही घटना को अंजाम दिया। 
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55 साल के इस शख्स में अभी भी 22 साल के युवक जैसा जोश दिखता है। बुजुर्ग व्यक्ति ने अपना वह सपना पूरा किया, जो उन्होंने 32 साल पहले देखा था, अपनी बढ़ती उम्र के इस पड़ाव पर भी उन्होंने ये कर दिखाया। उन्होंने ऐसा करके जनता के लिए एक मिसाल कायम की है।
लोगों के लिए बने मिसाल 
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रायबरेली जिले के शिवगढ़ कस्बे के चौराहा निवासी 55 साल के रामस्वरूप ने अपने बचपन के सपने को बिना किसी की सहायता के तब साकार किया जब वह उम्र के ऐसे पसाव पर हैं जहां लोग हिम्मत हार कर बैठ जाते हैं। रामस्वरूप बचपन से ही डॉक्टर बनना चाहते थे, लेकिन 12वीं कक्षा की पढ़ाई पूरी करने के बाद परिवार की खराब आर्थिक स्थिति के कारण उन्हें आगे की पढाई करने का अवसर नहीं मिला। 
हासिल की डी फार्मा की डिग्री 
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रामस्वरूप, जो बुजुर्ग थे, उन्होनें 32 साल बाद अपने सपने को आगे बढ़ाना जारी रखा और 2021-2022 में इससे संबंधित डी फार्मा कोर्स पूरा किया, हालांकि वह एमबीबीएस नहीं कर रहे। रामस्वरूप ने कहा है कि मैं डॉक्टर बनने में असमर्थ रहा हूं, लेकिन फार्मेसी की डिग्री हासिल करने के बाद मेरा मानना ​​है कि अगर ऐसा है, तो भी मैं स्वास्थ्य सेवा प्रणाली का एक महत्वपूर्ण सदस्य बन गया हूं। मैं इससे बेहद खुश हूं। राम स्वरूप के मुताबिक पढ़ाई के लिए कोई उम्र सीमा नहीं है। अगर आपमें कुछ करने की इच्छा है तो आप निश्चित तौर पर किसी भी काम में सफल हो सकते हैं।

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