कहा कि भोलेनाथ इतने भोले हैं कि एक लोटा जल चढ़ाने से प्रसन्न हो जाते हैं। हर हर महादेव जपने से सभी क्लेश हर लेते हैं। शिवलिंग पर बेलपत्र चढ़ाने से तीनों लोक में धनवान बना देते हैं।
लेनाथ के भक्त उन्हें प्रसन्न करने के लिए उनका अभिषेक करते हैं। भक्त उन्हें पंचामृत, दूध या जल का अभिषेक करते हैं। कहते हैं कि शिवलिंग पर चढ़ाने वाले जल में अगर ये खास चीज डालकर चढ़ाएंगे तो मिनटों में पूरी होगी मनोकामना।
किस दिशा में जल नहीं चढ़ाना चाहिए
महादेव को जल चढ़ाते समय इस बात का विशेष ध्यान रखें कि कभी भी पूर्व दिशा की ओर मुंह करके जल न चढ़ाएं। पूर्व दिशा को भगवान शिव का मुख्य प्रवेश द्वार माना जाता है।मान्यता के अनुसार इस दिशा में मुख करने से शिवजी के द्वार में बाधा उत्पन्न होती है और वह रुष्ट भी हो सकते हैं।इसलिए इस दिशा में कभी भी जल ना चढ़ाएं।
सही दिशा में जल चढ़ाना
हमेशा उत्तर दिशा की ओर मुख करके शिवजी को जल अर्पित करें।ऐसा कहा जाता है कि इस दिशा की ओर मुख करके जल चढ़ाने से शिव और पार्वती दोनों को आशीर्वाद मिलता है।
जल की धार की गति
देवधिदेव को जलाभिषेक करते समय शांत मन से धीरे-धीरे जल अर्पित करना चाहिए. मान्यता है कि जब हम धीमी धार से महादेव का अभिषेक करते हैं तो महादेव विशेष रूप से प्रसन्न होते हैं। भोलेनाथ को कभी भी बहुत तेज या बड़ी धारा में जल नहीं चढ़ाना चाहिए।
जल की धार की गति
देवधिदेव को जलाभिषेक करते समय शांत मन से धीरे-धीरे जल अर्पित करना चाहिए। मान्यता है कि जब हम धीमी धार से महादेव का अभिषेक करते हैं तो महादेव विशेष रूप से प्रसन्न होते हैं। भोलेनाथ को कभी भी बहुत तेज या बड़ी धारा में जल नहीं चढ़ाना चाहिए।
मनोकामना के लिए जल में डालें ये चीज
यदि आपकी कोई इच्छा है या कोई मनोकामना है जो पूरी नहीं हो रही तो इस महाशिवरात्रि के दिन एक लोटा जल लेकर इस में कुछ बूंदे गन्ने के रस की डाले और सही दिशा में खड़े होकर शिवलिंग पर अर्पित करें और अपनी मनोकामना कहें।इसके बाद दोनों हाथ जोड़कर शिव से प्रार्थना करें। ऐसा करने से जल्द ही आपकी मनोकामना पूरी हो जाएगी।