भारत ने एक बार फिर पाकिस्तान को खरी- खरी सुनाते हुए साफ-साफ कहा कि पाकिस्तान के साथ सामान्य संबंध रखने के लिए आतंक मुक्त माहौल होना जरूरी है।
शरीफ ने भारत के साथ बातचीत करने की इच्छा प्रकट की
आपको बता दे कि ये प्रतिक्रिया पाकिस्तान पीएम शहबाज शरीफ द्वारा भारत के साथ बातचीत करने की इच्छा प्रकट किए जाने के कुछ दिनों बाद आई है।
भारत ने पाकिस्तान को सुनाई खरी- खरी
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने मीडियाकर्मियों को संबोधित करते हुए यह बात कही कि नई दिल्ली पाकिस्तान सहित सभी पड़ोसी देशों के साथ सामान्य संबंध चाहता है और माहौल बनाना उस देश पर निर्भर है।
उन्होंने शरीफ की टिप्पणियों पर पूछे गए सवालों के जवाब में यह बात कही।
शरीफ ने 1 अगस्त को भारत के साथ बातचीत करने की इच्छा जताई थी
बता दे कि शरीफ ने 1 अगस्त को भारत के साथ बातचीत करने की इच्छा जताई थी साथ ही जोर देकर कहा था कि ‘किसी के खिलाफ कुछ भी नहीं है।’
उन्होंने इस्लामाबाद में खनिज शिखर सम्मेलन के उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए ये टिप्पणी की।
हमलावर के रूप में नहीं बल्कि हमारे रक्षा उद्देश्यों के लिए पिछले 75 वर्षों में हमने तीन युद्ध लड़े – शरीफ
शरीफ ने कहा था कि हम अपने पड़ोसियों से बात करने के लिए तैयार हैं…बशर्ते पड़ोसी गंभीर मुद्दों पर बात करने को लेकर गंभीर हों, क्योंकि युद्ध अब कोई विकल्प नहीं है। पाकिस्तान एक परमाणु शक्ति है, हमलावर के रूप में नहीं बल्कि हमारे रक्षा उद्देश्यों के लिए पिछले 75 वर्षों में हमने तीन युद्ध लड़े।’
उन्होंने ने कहा था, ‘और जो हुआ वह यह है कि यह अधिक गरीबी, बेरोजगारी और वित्त, शिक्षा, स्वास्थ्य और लोगों की भलाई के लिए संसाधनों की कमी पैदा करता है।’