रंग दे बसंती, दिल मांगे मोर, तुम मिले जैसी कई फिल्मों में अपने बेहतरीन किरदार से लोगों के दिलों पर राज करने वाली नवाब क्वीन ‘सोहा अली खान‘ अब एक लेखक भी बन चुकी है। हाल ही में उनकी पहली पुस्तक ‘द पेरिल्स ऑफ बीइंग मॉडरटेरली फेमस’ लांच हुई। मुम्बई के बाद सोहा ने इसे दिल्ली में भी लांच किया।
सोहा इसके प्रमोशन के लिए पंजाब केसरी दिल्ली के ब्यूरो ऑफिस, सीपी भी आई। जहां सोहा ने अपनी बुक के अलावा अपनी निजी जिंदगी के कई पहलुओं को विस्तार से बताया। सोहा ने अपने साक्षात्कार में अपने और अभिनेता कुनाल खेमू के रिश्तों का भी ज्रिक किया और बताया कि कैसे इनाया ने उनके जीवन को बदला है। सोहा ने पंजाब केसरी के माध्यम से यूथ को यह बताने का भी प्रयास किया कि संस्कार सिनेमा से नहीं परिवारों से मिलते हैं इसलिए परिवार से कभी दूर न रहें। प्रस्तुत है सोहा अली खान के साथ इंटरव्यू के प्रमुख अंश:
परिवार, दोस्त और पटौदी सब शामिल हैं मेरी बुक में
‘रंग दे बसंती’ फेम सोहा ने कहा कि मायानगरी मुम्बई के बाद देश की राजधानी दिल्ली में उन्होंने अपनी बुक ‘द पेरिल्स ऑफ बीइंग मॉडरटेरली फेमस’ को लांच किया है। मैंने अपनी लाइफ से जुड़ी कई बातों को बुक में चैप्टर्स फॉर्म में लिखा है। किताब के जरिए सोहा ने बताया कि वे मां शर्मिला टैगोर, भाई सैफ, भाभी करीना कपूर के बीच कैसे तालमेल बैठाती हैं।
किताब में पटौदी परिवार के कुछ दुर्लभ फोटो भी शामिल हैं। किताब में सोहा के कॉलेज के दिन, सेलिब्रिटी लाइफ समेत परिवार से जुड़ी बहुत सी बातें शामिल हैं। सोहा ने बताया कि मैंने बुक में अपने और कुनाल के रिश्तों का भी ज्रिक किया है। मां बनने का अहसास कैसा होता है इसे लिखने के लिए मेरे पास शब्द नहीं थे। किताब पटौदी परिवार की लोकप्रियता की वजहों को साझा करती है। सोहा ने बताया कि इसे इंडिया पैंगुइन बुक पब्लिकेशन ने प्रकाशित किया है।
राम जेठमलानी की बायोपिक बड़ी चुनौती
सोहा ने बताया कि उन्होंने अपने पति और अभिनेता कुणाल खेमू के साथ एक प्रोडक्शन हाउस ‘रेनेगेड फिल्म्स’ की शुरूआत की है। वे रोनी स्क्रूवाला के साथ मिलकर जाने-माने वकील और राजनेता राम जेठमलानी की बायोपिक का निर्माण कर रही हैं। सोहा का कहना है कि राम जेठमलानी के जीवन को दो से ढाई घंटे की बायोपिक में ढालना एक बड़ी चुनौती है। उनका कहना है हम प्रयास कर रहे हैं कि जेठमलानी के जीवन के किसी भी तथ्य को न छोड़ें। इस कारण यह काम बेहद मुश्किल है। सोहा ने बताया कि इस बायोपिक की पटकथा लिखी जा रही है। हालांकि, अभी इसके अभिनेता की सोहा ने घोषणा नहीं की।
आज जो भी हूं परिवार की ही बदौलत हूं
पंजाब केसरी के माध्यम से सोहा ने कहा कि यूथ आज सिनेमा से सब कुछ सीखना चाहता है। सिनेमा भले ही आपको सब कुछ सिखा भी दे लेकिन संस्कार और हमारी संस्कृति हमें अपने परिवारों से ही मिलेगी। संभव हो सके तो परिवार से कभी दूर न हों। परिवार में एकजुट होकर रहें क्योंकि परिवार का साथ ही हमें कामयाबी की तरफ लेकर जाता है। आज मैं जो भी हूं अपने परिवार से ही हूं।
परिवार के साथ बिताए एक-एक लम्हे को मैंने अपनी बुक में लिखने का प्रयास किया है। सोहा ने यह भी बताया कि इनाया के आने से उनकी और कुनाल की जिंदगी पूरी तरह से बदल गई है। आज हम अपने से ज्यादा इनाया के लिए सोचते हैं। सोहा के इस इंटरव्यू को punjabkesari.com वेबसाइट पर भी देखा जा सकता है।
कंटेंट- भारत कपूर
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