लोकसभा में समाजवादी पार्टी सांसद आजम खान द्वारा खुद पर हुई टिप्पणी को लेकर बीजेपी सांसद रमा देवी ने कहा की आजम खान ने कभी भी महिलाओं का सम्मान नहीं किया। उन्हें लोकसभा में रहने का कोई अधिकार नहीं है। गुरुवार को आजम खान ने रमा देवी पर विवादित टिप्पणी की, जिसके बाद लोकसभा में खूब हंगामा हुआ।
बीजेपी सांसद रमा देवी ने इस टिप्पणी पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए आज कहा, उन्होंने कभी भी महिलाओं का सम्मान नहीं किया है, हम सभी जानते हैं कि उन्होंने जयाप्रदा जी के बारे में क्या कहा था। उन्हें लोकसभा में रहने का कोई अधिकार नहीं है, मैं स्पीकर से उन्हें खारिज करने का अनुरोध करूंगी।
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आजम खान को माफी मांगनी चाहिए। दरअसल गुरुवार को, रमा देवी तीन तलाक विधेयक पर चर्चा के दौरान सदन की अध्यक्षता कर रही थीं। मुस्लिम महिला (विवाह अधिकार संरक्षण) विधेयक 2019 पर चर्चा में भाग लेते हुए आजम खान ने सदन की अध्यक्षता कर रहीं रमा देवी पर टिप्पणी की, जिसका सत्ता पक्ष ने विरोध किया।
सत्ता पक्ष ने रामपुर के सांसद से माफी मांगे जाने की मांग की। टिप्पणी पर आपत्ति जाहिर करते हुए बिहार के शिवहर की सांसद रमा देवी ने कहा कि यह बोलने का तरीका नहीं और टिप्पणी को कार्यवाही से हटाने का आदेश दिया। इसके जवाब में आजम खान ने कहा, ‘आप बहुत आदरणीय है। आप मेरी बहन की तरह हैं।’
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इस बीच लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला आसन पर आ गए और कहा कि इस तरह के असंसदीय शब्द का इस्तेमाल नहीं किया जाना चाहिए। आजम खान ने दोहराया कि रमा देवी उनकी बहन जैसी हैं और अगर उन्होंने उनके खिलाफ असंसदीय शब्द का इस्तेमाल किया है तो वह सदन से इस्तीफा देने को तैयार हैं।
उनके समर्थन में सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा, ‘मैं नहीं मानता की आजम खानजी ने आसन (रमा देवी) का अनादर किया है। ये (बीजेपी सांसद) लोग बहुत अशिष्ट हैं। ये उंगली उठाने वाले कौन हैं।’ उन्होंने कहा, ‘अगर आप (लोकसभा अध्यक्ष) सोचते हैं कि खान द्वारा इस्तेमाल किया गया शब्द असंसदीय है, तो उसे हटाया जाना चाहिए।’
इस पर बिरला ने कहा, ‘आप सब के लिए यह कहना आसान है कि इसे हटाइए, उसे हटाइए, लेकिन हटाने की जरूरत क्यों पैदा हुई? एक बार कोई टिप्पणी की गई तो यह पहले से ही पब्लिक डोमेन में है। इसलिए हम सभी को संसद की मर्यादा को ध्यान में रखते हुए बोलना चाहिए।’ हंगामे के बाद खान व सपा के दूसरे सदस्यों ने लोकसभा से वाकआउट कर दिया।