श्रीनगर में हैदरपोरा इलाके में सुरक्षाबलों ने मुठभेड़ के दौरान एक आतंकी को मार गिराया। अभी भी मुठभेड़ जारी है। पूरे इलाके को सुरक्षाबलों ने खाली करवा दिया है। सोमवार शाम को आतंकियों की मौजूदगी की सूचना के बाद इलाके में सुरक्षाबल पहुंचे थे। जब इलाके में सुरक्षाबलों ने चेकिंग शुरू की तो आतंकियों ने उन पर हमला कर दिया। इस बीच जवाबी कार्रवाई में एक आतंकी मारा गया है। उसके पहचान नहीं हो पाई है।
उधर राज्य में टारगेट किलिंग की घटनाओं को देखते हुए सुरक्षा एजेंसियों ने रणनीति में बदलाव भी किया है। जम्मू कश्मीर में छुपे पाकिस्तानी आतंकियों के सफाए के लिए सुरक्षा एजेंसियों ने एक लिस्ट तैयार की है। इस लिस्ट में कश्मीर में मौजूद 38 पाकिस्तानी आतंकी के नाम मौजूद हैं। इसमें 27 लश्कर के और 11 जैश ए मोहम्मद के आतंकी हैं। इसमें से 4 आतंकी श्रीनगर में 3 कुलगाम,10 पुलवामा और 10 बारामुला और 11 आतंकी कश्मीर के अलग-अलग इलाकों में मासूमों का खून बहाने के लिए छिपे हैं
बीएसएफ को दी गई रणनीति को सफल बनाने की जिम्मेदारी
अब आतंक के खिलाफ इस बदली हुई रणनीति को सफल बनाने की जिम्मेदारी बीएसएफ को दी गई है। 14 साल बाद आतंक के सफाए के लिए बीएसएफ को फिर मैदान में उतारा गया है। अब कश्मीर घाटी में आतंकियों का कब्र में दफ्न होना तय है.अब कश्मीर में आतंरिक सुरक्षा और आतंक विरोधी अभियान में फिर से बीएसएफ को शामिल किया गया है। पहले चरण में बीएसएफ की दो दर्जन कंपनियों को कश्मीर में तैनात किया जा रहा है।
बीएसएफ की हर कंपनी में सामान्य तौर पर 90 से 100 अधिकारी और जवान होते हैं। बीएसएफ को श्रीनगर, पुलवामा, शोपियां, अनंतनाग, गांदरबल, कुलगाम और बारामुला में तैनात किया जा रहा है। जम्मू-कश्मीर में बीएसएफ की तैनाती इसलिए अहम है क्योंकि आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई का बीएसएफ का रिकॉर्ड बेहद शानदार रहा है और बीएसएफ को कश्मीर में आतंकियों के खिलाफ ऑपरेशन का पुराना अनुभव भी है।
30 सितंबर 2021 तक 117 आतंकी ढेर
इस साल 1 जनवरी 2021 से लेकर 30 सितंबर 2021 तक जम्मू-कश्मीर में 117 आतंकियो को मुठभेड़ में मार गिराया गया। इस दौरान 254 आतंकियों को गिरफ्तार किया गया। आंतकवादियों से 105 AK-47, 126 पिस्टल और 276 हैंड ग्रेनेड बरामद किया गया। अक्टूबर के महीने में भी सुरक्षाबलों ने 20 आतंकियों को मार गिराया है।सेना और सुरक्षाबलों के एक्शन से कश्मीर की निगेहबानी कर रहे जांबाज जवान साफ कर चुके हैं कि घाटी से एक-एक आतंकी का नामोनिशान खत्म होगा। देश भी यही चाहता है और इसीलिए कश्मीर में सेना जहां दहशतगर्दों पर बारूद बरसा रही है। वहीं आतंक की तबाही के लिए फूल-प्रूफ प्लान तैयार हो चुका है।