राजस्थान से विदाई लेते समय मानसून एकबार फिर सक्रिय होने जा रहा है। 6 अक्तूबर वीरवार को मौसम केन्द्र जयपुर ने मानसून को लेकर बड़ा अपडेट देकर येलो अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग ने प्रदेश में हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना बताई है। इसके अलावा छिटपुट स्थानों पर भारी बारिश होने की भी चेतावनी दी है। आप को बता दें कि पिछले साल भी अक्तूबर के पहले पखवाड़े में मानसून विदा हो गया था और इस बार भी माना जा रहा है कि 15 अक्तूबर तक मानसून पूरी तरह से चला जाएगा।
अलवर सहित इन जिलों में होगी झमाझम बारिश
मौसम विज्ञान केंद्र जयपुर के मुताबिक बारिश का नया सिस्टम बन रहा है। एक ट्रफ रेखा एक अन्य चक्रवाती हवाओं के क्षेत्र आंध्र प्रदेश से होते हुए छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश होते हुए उत्तराखंड तक फैली हुई है। जो धीरे-धीरे आगे बढ़ रहा है। इसके साथ ही आने वाले दिनों में पश्चिमी विक्षोभ का असर राजस्थान पर भी दिखाई देगा, जिससे राजस्थान के पूर्वी और पश्चिमी हिस्सों में 7 से 10 अक्टूबर तक हल्की से मध्यम बारिश होगी और इस बीच भारी बारिश भी हो सकती है। कुछ स्थानों पर होता है। मौसम विज्ञान केंद्र जयपुर के निदेशक आर.एस. शर्मा ने बताया कि छह अक्टूबर को भी कोटा और भरतपुर संभाग में शाम तक बारिश की संभावना है। 7 अक्टूबर से बारिश का दायरा बढ़ना शुरू हो जाएगा और 9 अक्टूबर को राजस्थान में सबसे ज्यादा बारिश होगी। दूसरी ओर, कोटा, बूंदी, बारां और झालावाड़ में सबसे अच्छी बारिश होने की संभावना है, जबकि अलवर के कुछ इलाकों में भारी बारिश होने की संभावना है।
2-3 जिलों में भारी बारिश की संभावना
मौसम विज्ञान केंद्र जयपुर के अनुसार अगले तीन दिनों में जोधपुर और बीकानेर संभाग के कुछ हिस्सों में बारिश होगी। यहां हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है। मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक, पश्चिमी विक्षोभ का असर 8 और 9 अक्टूबर को दिखेगा, जिससे राजस्थान के दो से तीन जिलों में भारी बारिश हो सकती है।
इन जिलों में मौसम विभाग का येलो अलर्ट
मौसम विज्ञान केंद्र जयपुर ने 7 अक्तूबर को कोटा, प्रतापगढ़, राजसमंद, सवाई माधोपुर, सीकर, सिरोही, टोंक, उदयपुर, करौली, झुंझुनू, झालावाड़, जयपुर, डूंगरपुर, धौलपुर, दौसा, चित्तौड़गढ़, बूंदी, भीलवाड़ा, भरतपुर, बारां, बांसवाड़ा, अलवर वहीं अजमेर में कहीं-कहीं गरज के साथ गरज के साथ छींटे पड़ने की संभावना जताई है। यह प्रक्रिया अगले तीन दिनों तक अधिकांश जिलों में भी जारी रहने की उम्मीद है।