उत्तर प्रदेश के मथुरा में एक मंदिर के अंदर नमाज पढ़ने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। इस मामले में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए 4 लोगों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। सोशल मीडिया पर नमाज पढ़ने की तस्वीरें वायरल होने के बाद हिंदूवादी संगठनों ने इस पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है।
दरअसल, आरोप है कि 29 अक्टूबर को मथुरा के नंद बाबा मंदिर परिसर में चार लोग आए। इनमें से दो लोगों ने मंदिर के सेवायतों को गुमराह कर मंदिर परिसर में ही नमाज पढ़ी। मंदिर प्रबंधन का कहना है कि दिल्ली से दो लोग मंदिर में आए थे। उन्होंने बिना अनुमति के मंदिर में नमाज अदा की और तस्वीरें सोशल मीडिया पर भी डालीं।
मंदिर प्रबंधन ने हिन्दू समुदाय की भावनाओं को ठेस पहुंचने के आरोप में एफआईआर दर्ज कराई है। जानकारी के मुताबिक, दिल्ली की संस्था खुदाई खिदमतगार के सदस्य फैजल खान और मुहम्मद चांद गांधीवादी कार्यकर्ता निलेश गुप्ता और आलोक रत्न के साथ ब्रज चौरासी कोस की यात्रा पर हैं। शनिवार दोपहर यह लोग नंदगांव पहुंचे।
दोपहर दो बजे जौहर की नमाज़ के वक्त वे नंदमहल मंदिर में थे। फैजल खान और मोहम्मद चांद ने वहीं नमाज अदा की। इससे पहले मंदिर में मौजूद लोगों ने उनको प्रसाद भेंट किया। बाद में मंदिर के सेवायत कान्हा गोस्वामी ने कहा कि उन्होंने नमाज करने की कोई अनुमति नहीं दी थी। यात्री आए थे और उनकी बातचीत भी हुई थी, लेकिन नमाज अदा करने का मसला जानकारी में नहीं है।
नमाज अदा करने के फोटो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद मामले ने तूल पकड़ लिया है। हिंदूवादी संगठनों में आक्रोश है।एसएसपी गौरव ग्रोवर का कहना है कि इस पूरे प्रकरण की जांच खुफिया विभाग को भी सौंपी है। मंदिर में नमाज पढ़ने और उसकी फोटो, वीडियो वायरल करने के पीछे आखिर क्या मंशा थी अब इसकी भी जांच की जा रही है।