कानपुर के दुर्दांत गैंगस्टर विकास दुबे को गुरुवार सुबह मध्यप्रदेश पुलिस ने नाटकीय अंदाज में उज्जैन से गिरफ्तार कर लिया है। विकास की जिस तरह से गिरफ्तारी हुई, उसे लेकर विपक्षी दल खासकर कांग्रेस की ओर कईं सवाल उठाएं जा रहे हैं। कांग्रेस ने कानपुर में आठ पुलिसकर्मियों की हत्या के मामले में मुख्य आरोपी विकास दुबे की गुरुवार को उज्जैन में हुई गिरफ्तारी को बनावटी करार देते हुए इसकी सीबीआई जांच कराये जाने की मांग की है।
उत्तर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने एक बयान में कहा, ‘‘दुबे की गिरफ्तारी जिन हालात में की गयी, वे उसके बनावटी और पूर्व निर्धारित होने की तरफ इशारा करते हैं। ऐसा लगता है कि यह सब उसे बचाने की सोची—समझी रणनीति के तहत किया गया है। यह गम्भीर मामला है, लिहाजा इस घटना की सीबीआई जांच करायी जानी चाहिए।’’
उन्होंने कहा, ‘‘जब सूबे की सभी सीमाएं सील थीं और बड़ी तादाद में सुरक्षा एजेंसियों और पुलिस की टीमें लगी थीं, तो दुबे उज्जैन कैसे पहुंच गया? यह भी बात सामने आई है कि उज्जैन स्थित महाकाल मंदिर में तैनात पुलिसकर्मियों का अचानक तबादला हुआ है। यह क्यों और कैसे हुआ, इसकी जांच होनी चाहिए।’’ लल्लू ने कहा कि विकास दुबे के ‘मोबाइल लोकेशन’ की स्थिति सार्वजनिक की जानी चाहिये।
गौरतलब है कि गत दो-तीन जुलाई की रात कानपुर के बिकरू गांव में पुलिस दल पर हमला कर उनमें से आठ की हत्या कर दिये जाने के मामले में मुख्य आरोपी एवं कुख्यात अपराधी विकास दुबे को वारदात के छह दिन बाद मध्यप्रदेश के उज्जैन स्थित महाकाल मंदिर परिसर से गिरफ्तार कर लिया गया।