गोरखपुर : कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए गोरखनाथ मंदिर के द्वार भी शनिवार से आगामी 31 मार्च तक आम श्रद्धालुओं के लिये बंद कर दिये गये हैं। हालांकि मंदिर में सुबह और शाम को होने वाली आरती केवल पदस्थ पुरोहितों की मौजूदगी में जारी रहेगी।
गोरखनाथ मंदिर के अधिकारियों ने बताया कि यह निर्णय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अपील पर लिया गया है, जिसमें उन्होंने कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिये भीड़भाड़ वाले स्थानों पर जाने से परहेज करने को कहा है। मंदिर के जनसम्पर्क अधिकारी विनय गौतम ने बताया ”मंदिर 21 मार्च से 31 मार्च के बीच आम श्रद्धालुओं के लिये बंद रहेगा।
हालांकि इस दौरान सुबह और शाम को होने वाली आरती जारी रहेगी। मगर वह भी पदस्थ पुरोहितों की मौजूदगी में ही होगी। भीम ताल में पवित्र डुबकी लगाने पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया है।” उन्होंने बताया कि बलरामपुर जिले के देवीपाटन में नाथ सम्प्रदाय का दूसरा मंदिर भी बंद कर दिया गया है।