वाराणसी के काशी विश्वनाथ मंदिर परिसर में बनी ज्ञानवापी मस्जिद को लेकर इन दिनों भारी विवाद छिड़ा हुआ है। इस बीच समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने ऐसा बयान दिया जिसको लेकर सत्ताधारी बीजेपी बुरी तरह भड़क गई। बीजेपी प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने सपा प्रमुख के इस बयान को हिन्दू आस्था का अपमान बताया।
क्या बोले अखिलेश?
दरअसल, अखिलेश यादव से बुधवार को लखनऊ में एक प्रेस वार्ता के दौरान ज्ञानवापी मस्जिद परिसर में शिवलिंग प्रकट होने के बारे में सवाल पूछा गया। इस पर अखिलेश यादव ने हिंदू धर्म का मजाक उड़ाते हुए कहा, ‘हमारे हिंदू धर्म में यह है कि पीपल के पेड़ के नीचे कहीं पर भी पत्थर रख दो। उस पर लाल झंडा लगा दो तो वह मंदिर बन जाता है।’
भड़की BJP ने बताया हिन्दू आस्था का अपमान
सपा प्रमुख के इस बयान पर शहजाद पूनावाला ने कहा कि ‘अब अखिलेश यादव जो दावा करते हैं कि श्रीकृष्ण उनके सपने में आए थे, उन्होंने हिंदू आस्था का मजाक उड़ाया है। वह कहते हैं केवल पीपल के पेड़ के नीचे पत्थर रखने और अगर आप उसपर लाल झंडा रखेंगे, तो वह मंदिर बन जाता है। ऐसे किसी व्यक्ति की तरफ से हिंदू आस्था का इस तरह मजाक उड़ाया जाना हैरानी की बात नहीं है, जिसकी राजनीति श्रेय लेने और मासूम रामभक्तों पर गोली चलाकर गर्व महसूस करने में है।’
उन्होंने आगे कहा, ‘यह वही अखिलेश यादव हैं, जो हिंदू साधुओं का ‘चिल्लम जीवी’ कहते हुए मजाक उड़ा रहे थे। ये वही अखिलेश यादव हैं जिनकी सरकार ने साधू और संतों पर क्रूर बल का इस्तेमाल किया था। यह वही अखिलेश यादव और पूरे कांग्रेस का ईकोसिस्टम है, जो कहते थे कि श्री राम का अस्तित्व नहीं है। 70 सालों तक इन लोगों ने राम मंदिर का विरोध किया। इन लोगों ने राम सेतु को खत्म करने की साजिश की। उन्होंने हिंदुत्व की तुलना ISIS और बोको हराम से की।’
बीजेपी नेता पूनावाला ने कहा, ‘वे हिंदू आस्था का मजाक बनाते रहे, लेकिन किसी और धर्म के साथ ऐसा नहीं किया। यह दिखाता है कि है हिंदू नफरत का डीएनए है। वोट बैंक की राजनीति के लिए उन्होंने किस तरह हिंदू आस्था का मजाक बनाया।’