उत्तर प्रदेश में 10 फरवरी को पहले चरण का मतदान होना है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में बीजेपी और सपा-रालोद गठबंधन के बीच कड़ा मुकाबला माना जा रहा है। बीजेपी ने मतदान से पहले राष्ट्रीय लोक दल के अध्यक्ष जयंत चौधरी को साथ आने का न्योता देकर सियासी पारा चढ़ा दिया है। बीजेपी के ऑफर पर जयंत चौधरी ने गुरुवार को जवाब दिया। उन्होंने कहा, “मैं कोई चवन्नी नहीं हूं, जो पलट जाऊंगा.” उन्होंने कहा कि मैंने सोच समझकर फैसला लिया है।
700 किसानों से बात कर जिनका घर उजाड़ा है
इसके अलावा राष्ट्रीय लोक दल (रालोद) के अध्यक्ष जयंत चौधरी ने कहा कि भाजपा पहले उन 700 किसानों से बात कर जिनका घर उजाड़ा है। साथ ही कहा कि उनकी मेरी तरफ नजर नहीं है बल्कि उन्हें जनता से डर सता रहा है। मैं कोई चवन्नी नहीं, जो पलट जाऊंगा। इसके साथ जयंत ने चुनाव के बाद भाजपा में जाने के सवाल पर कहा कि मैं तो अपने घर में ही बैठा हूं। साथ ही कहा कि यूपी की जनता ने जिस उम्मीद के साथ भाजपा को पिछली बार जिताया था, लेकिन उन्होंने जनता के साथ न्याय नहीं किया। इसके साथ उन्होंने यूपी में सपा-आरएलडी गठबंधन की सरकार बनने का दावा किया है।
बता दें कि यूपी विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी और राष्ट्रीय लोकदल साथ-साथ चुनाव लड़ रहे हैं। राष्ट्रीय लोकदल को समाजवादी पार्टी ने गठबंधन के तहत 40 सीटें दी हैं और से सभी सीटें पश्चिमी यूपी की हैं, जहां पहले और दूसरे चरण में मतदान होना है। पहले चरण में 10 फरवरी को 11 जिलों की 58 सीटों और दूसरे चरण में 14 फरवरी को 9 जिलों की 55 सीटों पर मतदान होगा. जबकि पश्चिमी यूपी में काफी सीटें जाट बाहुल्य हैं।
उत्तर प्रदेश में कब-कब है वोटिंग
यूपी में इस बार सात चरणों में मतदान होना है। इसकी शुरुआत 10 फरवरी को पश्चिमी यूपी के 11 जिलों की 58 सीटों पर मतदान के साथ होगी। इसके बाद दूसरे चरण में राज्य की 55 सीटों पर मतदान होगा। वहीं, तीसरे चरण में 59, चौथे चरण में 60, पांचवें चरण में 60 सीटों, छठे चरण में 57 और सातवें चरण में 54 सीटों पर मतदान होगा. 10 फरवरी को पहले चरण के मतदान के बाद 14 फरवरी को दूसरे चरण, 20 फरवरी को तीसरे चरण, 23 फरवरी को चौथे चरण, 27 फरवरी को पांचवें चरण, 3 मार्च को छठे चरण और 7 मार्च को सातवें चरण के लिए मतदान होगा। वहीं, यूपी चुनाव के नतीजे 10 मार्च को आएंगे।
पिछले विधानसभा चुनाव के ऐसे थे नतीजे
यूपी विधानसभा चुनाव 2017 में भाजपा ने 403 में से 325 सीटों पर जीत दर्ज की थी। सपा और कांग्रेस ने साथ मिलकर चुनाव लड़ा था. सपा ने 47 और कांग्रेस ने 7 सीटें ही जीती थीं। मायावती की बसपा 19 सीटें जीतने में कामयाब रही थी. वहीं, 4 सीटों पर अन्य का कब्जा हुआ था।