कभी-कभी लोगों के सामने ऐसे मामलें आ जाते हैं, जो सभी को हैरान कर देते हैं। अब एक नया मामला सामने आया हैं, जिसको जानने के बाद किसी को कुछ भी समझ नहीं आ रहा है। हनी बार्टन नाम की लड़की स्कूल से घर आने के बाद अपनी मां मेगन के साथ वॉक-इन सेंटर जाती है लेकिन उसने देखा की उसके हाथों और पैरों में सूजन है। वॉक-इन सेंटर में एक नर्स ने उसे एक तरफ खींच लिया और उसे सीधे व्हिस्टन अस्पताल जाने के लिए कहा, जिसके बाद उन्होंने नर्स की बात मानी।
बताया गया कि वो इसी बीच घर जाते है और देखने को मिलता है। घर पर हनी की सूजन उसके शरीर के सभी हिस्सों में फैल गई और साथ ही उसे एक अजीब दाने भी हो गए। देखते ही देखते उसका पूरा शरीर शरीर सूज गया इसके बाद वो बेहोश हो गई। अब इस घटना के दो साल बाद भी डॉक्टरों को अभी भी नहीं पता है कि हनी उम्र 13 साल की लड़की को इतनी गंभीर बीमार कैसे हो गई।
हनी की माँ मेगन ने कहा “उसके मसूड़े उसके दांतों के ऊपर सूज गए थे और उसकी किडनी काम करना बंद कर रही थी। “उसे बस आईसीयू में छोड़ दिया गया था और मुझे सच में लगा कि वह मरने वाली है। डॉक्टरों को शुरू में लगा कि हनी को हंतावायरस पल्मोनरी सिंड्रोम (एचपीएस) और फिर स्टीवंस-जॉनसन सिंड्रोम है, लेकिन आखिर में भी उनको ये नहीं पता चल पाया की आखिर ये है क्या।
वह छह सप्ताह तक अस्पताल में रहीं, जिसके बाद उन्हें एल्डर हे ले जाया गया, जहां उन्होंने उपचार के लिए शुरू हुआ। मेगन ने कहा: “मैंने पहले कभी इतना फूला हुआ सीना नहीं देखा था, वह देख या बोल नहीं सकती थी, लेकिन एल्डर हे में एक दिन के बाद वह रिएक्शन दे रही थी, यह आश्चर्यजनक था। व्हिस्टन ने हमें बताया था कि वह फिर कभी बात नहीं कर सकती है।” दो सप्ताह के बाद उसे घर जाने की इजाजत दे दी गई, लेकिन मेगन का कहना है कि कोई जवाब न देना यातना है।