कहते हैं दुनिया में अपना बच्चा होने से बड़ी कभी कोई धन-दौलत नहीं हो सकती। हर इंसान का सपना होता हैं कि उसकी भी कोई अपनी औलाद हो जिसे वह एक अच्छा इंसान बनाये अच्छे से पाले-पौसे और खूब प्यार दे। माँ-बाप की जान निकल जाती हैं अगर उनका बच्चा कुछ घंटो के लिए भी उनकी आँख से दूर चले जाये तो उनकी जान हलक में आ जाती हैं। तो ज़रा सोचिये ऐसे कैसे निर्दयी माँ-बाप हो सकते हैं जो एक आई फ़ोन के लिए अपना ही बच्चा बेच डाले।
हाल ही में पश्चिम बंगाल के उत्तरी 24 परगना जिले में, एक कपल ने न्यूली लॉन्चड iPhone 14 खरीदने के लिए अपने आठ महीने के बच्चे को बेच दिया, यह सब क्षेत्र में यात्रा के दौरान इंस्टाग्राम पर मनोरम रील बनाने की चाह में हुआ। तो ज़रा सोचिये मजबूरी सबकी हो सकती हैं गरीबी किसी के भी दरवाज़े पर आ सकती हैं लेकिन कैसे कोई मात्र एक फ़ोन के लिए अपना ही बच्चा बेच सकता हैं।
‘साथी’ नामक महिला को पुलिस ने दुखद स्थिति में पकड़ ही लिया, लेकिन बच्ची के पिता जयदेव घोष का अब तक कोई पता नहीं चल पाया है। अधिकारी सक्रिय रूप से जांच कर रहे हैं और उसकी तलाश में लगातार जुटे हुए हैं। लेकिन चौंकाने वाली घटना तब हुई जब पड़ोसियों ने कपल के अजीब व्यवहार को देखा और तभी उन्हें इनपर शक हुआ।
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लेकिन पड़ोसियों का शक तब और भी ज़्यादा बढ़ गया जब घोष परिवार को अचानक एक महंगा iPhone 14 मिला, जिसकी कीमत लगभग रु। 1 लाख हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह हैरान करने वाली बात थी क्योंकि परिवार को पहले भी आर्थिक दिक्कतें थीं लेकिन इन सबके बावजूद उनके पास एकदम से इतना महंगा आई फ़ोन आ जाना लोगो को शक तो करवाएगा ही।
घटनाओं के एक बेहद दुखद मोड़ में, पड़ोसियों ने जोड़े का सामना किया, जिसके बाद माँ ने दिल दहला देने वाला बयान दिया। अत्यधिक दबाव में, उसने स्वीकार किया कि उसने और उसके पति ने आईफोन के लिए धन जुटाने के लिए अपने मासूम बच्चे का सौदा करने का ये निर्दयी निर्णय लिया था। इस बात में कोई शक नहीं के ये एक बेहद ही शर्मनाक हरकत हैं।
जैसे-जैसे स्थिति की गंभीरता सामने आई, दंपति और जिस महिला ने बच्चा खरीदा था, उन्हें अब उस मामले में शामिल होने के लिए गंभीर आपराधिक आरोपों का सामना करना पड़ रहा है, जिसे केवल मानव तस्करी का एक दिल दहला देने वाला मामला कहा जा सकता है। जांच जारी है, और चूंकि पुलिस मामले की जटिलताओं में गहराई से उतर रही है, इसलिए अधिक जानकारी का खुलासा होना बाकी है।
ऐसी घटनाएं मानव तस्करी की काली वास्तविकताओं के बारे में जागरूकता बढ़ाने और हमारे समाज में कमजोर व्यक्तियों और परिवारों के लिए सहानुभूति और समर्थन की तत्काल आवश्यकता पर प्रकाश डालती हैं।