दुनिया के सबसे बड़े लिखित संविधान वाले देश में प्रथम नागरिक राष्ट्रपति होता है। हम जिस देश में रहते है यहाँ की सबसे अच्छी बात ये है कि यहाँ हर चीज जनता के फैसले से होता है, लेकिन राष्ट्रपति का चुनाव जनता के चुने हुए लोग ( नेता ) से होता है। भारत जब से अंग्रेजो से आजाद हुआ तब से हर एक दिन के साथ भारत आगे बढ़ता ही गया है।
पहले महिलाओं को आगे बढ़ने नहीं दिया जाता था, पर सोच बदली समय बदला और आज के दिन ही भारत को पहली महिला राष्ट्रपति प्रतिभा सिहं पाटिल के रूप में मिली। पूर्व राष्ट्रपति प्रतिभा सिहं पाटिल ने आज के दिन ही नई दिल्ली में संसद के केंद्रीय कक्ष में शपथ ग्रहण किया था।
पाटिल ने 19 जुलाई 2007 को हुए चुनाव में जीत हासिल की। उन्हें लगभग दो-तिहाई वोट मिले और 25 जुलाई 2007 को उन्होंने भारत के 12वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ ली, वह इस पद को संभालने वाली पहली महिला थीं। इसके बाद भारत ने पूरी दुनिया को एक और बड़ा सबूत दिया कि भारत में महिलाओं को वो सभी सामान अधिकार मिले है।
जिससे वो अपने आप को किसी भी बड़े पद पर पंहुचा सकती है। आज भारत दुनिया के साथ कदम से कदम मिला कर चल रहा है। आज भारत के 14वें राष्ट्रपति के रूप में भी महिला ही देश की प्रथम नागरिक है। द्रौपदी मुर्मू देश की पहली आदिवासी महिला राष्ट्रपति हैं।
आज भारत दुनिया के साथ हर पटल पर मजबुती से खड़ा है। देश में पर पाँच साल बाद राष्ट्रपति का चुनाव होता है। प्रतिभा सिहं पाटिल ने अपनी राजनीति की शुरूआत महाराष्ट्र से की थी। अपने जीवन में उन्होंने कई राजनीति पद पर काम किया है।
भारत के राष्ट्रपति नई दिल्ली स्थित राष्ट्रपति भवन में रहते हैं, जिसे रायसीना हिल के नाम से भी जाना जाता है। आपको बता दे अब तक केवल पहले राष्ट्रपति राजेन्द्र प्रसाद ने ही इस पद पर दो बार अपना कार्यकाल पूरा किया है।