चंद्रयान 3 मिशन के तहत चांद पर ले सफलतापूर्वक लैंडिंग के साथ भारत की अंतरिक्ष संस्थान इसरो अपने कदम को लगातार बढ़ा रही है और नए इतिहास को रचने के लिए आगे बढ़ती ही जा रही है। अब इसरो सूर्य की जांच के लिए आदित्य एल1 मिशन को लॉन्च करने की तारीख के लगभग तय कर चुका है और यही तरीका कह रही तो 2 सितंबर को इसरो सूर्य की जांच करने के लिए आदित्य ए1 मिशन को लांच कर देगा। इसके बाद इसरो और ऐसे मिशन लॉन्च करने वाला है जिस पर पूरी दुनिया की निगाहें टिकी रहेगी।
लूनर पोलर एक्सप्लोरेशन LUPEX मिशन
पहले मिशन की बात करें तो भारत का लैंड चंद्र मिशन लूनर पोलर एक्सप्लोरेशन LUPEX मिशन होगा। जिसमें जापान की JAXA और भारत की isro मिलकर काम करेगी। इसके साथ ही इस मिशन में अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा और यूरोपियन स्पेस एजेंसी के उपकरण भी शामिल होंगे। और इसके तहत ऑर्बिट लैंडर और रोवर को लांच किया जाएगा लांचिंग की तारीखों का अभी अनुमान लगाया जाए तो यह 2024 के बाद लांच करने की योजना बनाई जा रही है।
अगले साल इसरो एक और महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट को लॉन्च करने जा रहा है जिसमें इसरो और नशा मिलकर काम करेंगे इसका मुख्य उद्देश्य जलवायु परिवर्तन की निगरानी के लिए अर्थ ऑब्जर्वेशन सैटेलाइट लॉन्च करना है। इसका मुख्य काम उन सभी चीजों को समझना होगा जो की प्राकृतिक आपदाओं से निपटने में मदद करेंगे और उनका डाटा यह पृथ्वी पर बैठे विज्ञानी को के साथ शेयर करेगा। जानकारी कह रही है कि इस साल 2024 में ही लॉन्च किया जा सकता है।
डॉकिंग एक्सपेरिमेंट
अगला मिशन स्पेस डॉकिंग एक्सपेरिमेंट होगा। इस मिशन के तहत पूरी कोशिश की जाएगी की अंतरिक्ष में स्पेस सेंटर बनाया जाए और अंतरिक्ष में ही दो अंतरिक्ष नो को जोड़ने की तकनीक को विकसित कर लिया जाए। इस मिशन को भी साल 2024 में लॉन्च करने की योजना बनाई जा रही है।
इसके बाद इसरो एक और महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट स-र पोलरीमीटर सैटेलाइट को लॉन्च करने की योजना बना रहा है जिसे इसी साल के अंत तक लांच कर दिया जाएगा इसके तहत यह खगोलीय एक्स-रे सोर्स का जांच करेगा और यह भारत का पहला डेडीकेटेड पोलामेट्री मिशन होगा जिसके तहत पृथ्वी की निकली कक्षा में दो वैज्ञानिक पेलोड को ले जाया जाएगा।
प्रोजेक्ट गगनयान मिशन
अब बात करते हैं इसरो के सबसे बड़े प्रोजेक्ट गगनयान मिशन यह इसरो का सबसे बड़ा प्रोजेक्ट इस कारण बनेगा क्योंकि पहली बार होगा जब विश्व अंतरिक्ष में इंसानों को भेजने के लिए किसी मानव अंतरिक्ष उड़ान का शुरुआत करेगा। इस मिशन के भी तीन चरण होंगे जिसमें दो बार मानव रहित पुराने होगी और एक उड़ान में अंतरिक्ष मैं इंसान को भेजा जाएगा। इसका मुख्य उद्देश्य तीन सदस्य टीमों को पृथ्वी की अपेक्षा से 400 किलोमीटर की दूरी में भेजा जाएगा और उन्हें सुरक्षित रूप से पृथ्वी पर लाने का है उम्मीद है कि यह प्रोजेक्ट भी साल 2024 में ही लॉन्च किया जा सकता है।
मंगलयान 2
इसके बाद इसरो के लिए मिशन मंगलयान तू और मिशन शुक्रिया वन काफी ज्यादा महत्वपूर्ण रहने वाले हैं मंगलयान 2 के तहत मार्स ऑर्बिट में भारत कंपनी अंतरिक्ष यान को भेजेगा और इसका मुख्य उद्देश्य मंगल की जानकारी जुटाना होगा उम्मीद है किसी साल 2024-25 में लॉन्च किया जा सकता है वही शुक्र मिशन वन के लिए भी तैयारियां जोरों शोरो पर है और उम्मीद लगाए जा रहा है कि इसे अगले साल लॉन्च किया जाएगा। शुक्र मिशन वन का मुख्य उद्देश्य शुक्र ग्रह के बारे में जानकारी जुटाना है।
कुल मिलाकर इसरो के आने वाले साल काफी महत्वपूर्ण रहने वाले हैं और रोज एक नई कीर्तिमान को स्थापित करने वाले हैं अगर इसरो इसी प्रकार से चला रहा और दौड़ता रहा तो आने वाले सालों में इसरो को अंतरिक्ष का बादशाह बनने से कोई भी नहीं रोक सकता है।