पूजा करने से ईश्वर तुरंत प्रसन्न होते हैं और अपने भक्तों की मनोकामना को पूर्ण करते हैं। शास्त्रों में पूजन के लिए कई तरह के नियम बनाए गए हैं जिनका पालन ना करने से पूजन का पूरा फल नहीं मिल पाता है।
आज हम आपको बताएंगे कि पूजा में किन रंगो का प्रयोग यानि किन रंग के कपड़ो को पहनना शुभ होता है।
रंग ही हमारे जीवन में खुशियों की बौछार लाते हैं. अलग-अलग रंग जो अपने आप में अत्यंत महत्वपूर्ण है। इनको लेकर धार्मिक शास्त्रों में उल्लेख मिलता है कि किस रंग का कहां इस्तेमाल करना शुभ होता है।पूजा पाठ के समय कौन से रंग का इस्तेमाल करना लाभकारी होता है।
ये दो रंग हैं अशुभ
पूजन में नीले और काले रंग के कपड़े नहीं पहनने चाहिए। इन दो रंगों को शुभ कार्यों के लिए अमंगलकारी माना जाता है। पूजा में रंगों का बहुत महत्व माना जाता है। अगर आप रंगों का ध्यान नहीं रखेंगें तो हो सकता है आपके ईष्ट देवता आपसे रुष्ट हो जाएं।काले रंग के बारे में कहा जाता है कि ये रंग कुछ भी लौटाता नहीं है बल्कि सब कुछ सोख लेता है।शनि देव को काला रंग पसंद है इसलिए इनके पूजन में या शनिवार के व्रत या पूजन आदि में काले रंग के वस्त्र पहनकर बैठ सकते हैं।इसी तरह नीला रंग भी पूजा या अन्य शुभ कार्य ना पहने।
अब अगर आप पूजन का पूर्ण फल प्राप्त करना चाहते हैं तो रंगों से जुड़ी इन बातों का विशेष ध्यान रखें। शनि देव के अलावा और किसी भी भगवान की पूजा में नीले या काले रंग के वस्त्र ना पहनें।
कौन सा रंग होता है शुभ
पीले रंग का धार्मिक तौर पर विशेष महत्व बताया गया है। पीला रंग सूर्य की सकारात्मक ऊर्जा का भी संकेत देता है। इसके अलावा इस रंग के इस्तेमाल से बृहस्पति की कृपा बनी रहती है जिससे घर में सुख समृद्धि कम नहीं होती।हिंदू धर्म ग्रंथों में पीला रंग को बहुत पवित्र माना गया है। ऐसा माना जाता है कि पीला रंग पहनने से मन में पवित्र विचार आते हैं। पीले रंग को देखकर मन में सकारात्मक भाव आते हैं। इसी वजह से पूजा में पीले रंग के वस्त्र पहनने चाहिए।