पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने बुधवार को कहा कि उनका देश अमेरिका के साथ लंबे समय से रहे रिश्ते को अहमियत देता है और आपसी सम्मान, विश्वास तथा समानता पर आधारित द्विपक्षीय सहयोग को और गहरा करना चाहता है।पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान द्वारा अमेरिका पर उनकी सरकार को गिराये जाने की साजिश रचने का आरोप लगाये जाने के बाद दोनों देशों के रिश्तों में असहजता आ गयी है और इस बीच शरीफ का बयान आया है।
पाकिस्तान अमेरिका के साथ रचनात्मक साझेदारी चाहता हैं – शाहबाज शरीफ पाकिस्तान
पाकिस्तान यात्रा पर आईं अमेरिकी सांसद इल्हान अब्दुल्ला उमर के साथ बैठक में शरीफ ने इस बात को रेखांकित किया कि दोनों देशों के बीच रचनात्मक साझेदारी क्षेत्र में शांति, सुरक्षा और विकास को बढ़ाने में मददगार हो सकती है।
पाकिस्तान अमेरिका के साथ द्विपक्षीय सहयोग को और गहरा करना चाहता हैं
जियो न्यूज ने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन की डेमोक्रेटिक पार्टी की सदस्य के साथ शरीफ की पहली बैठक की जानकारी देते हुए कहा कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने उम्मीद जताई कि उमर की पाकिस्तान की पहली यात्रा जनता के बीच संबंधों को गहरा करेगी और अमेरिकी कांग्रेस तथा पाकिस्तान की संसद के बीच आदान-प्रदान को मजबूत करेगी। उसने कहा कि शरीफ ने इस बात को रेखांकित किया कि अमेरिका के साथ अपने संबंधों को पाकिस्तान कितनी अहमियत देता है और वह आपसी सम्मान, विश्वास तथा समानता पर आधारित द्विपक्षीय सहयोग को और गहरा करना चाहता है। शरीफ और 39 वर्षीय उमर की बैठक में पाकिस्तान-अमेरिका द्विपक्षीय संबंधों तथा क्षेत्रीय हालात समेत परस्पर हित के विषयों पर चर्चा हुई।शरीफ ने कहा कि अमेरिका पाकिस्तान का सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि दोनों देशों के बीच विशेष रूप से व्यापार और निवेश के क्षेत्रों में सहयोग को और बढ़ाने की जरूरत है।
जम्मू कश्मीर का राग अलापने में शरीफ भी पीछे नही
खबर के अनुसार, शरीफ ने उमर के साथ कश्मीर के मुद्दे को भी उठाया। उमर अपने भारत विरोधी रुख के लिए जानी जाती हैं। शरीफ ने जम्मू कश्मीर के मुद्दे के शांतिपूर्ण समाधान के महत्व पर जोर दिया। उमर ने पाकिस्तान के राष्ट्रपति आरिफ अल्वी से भी मुलाकात की।