पाकिस्तान के हालात हर जगह से बेहद खराब दिखाई दे रहे है। ऐसे में आपको बता दें एक बार फिर पाकिस्तान भारत के आगे झुकने को तैयार है। सूत्रों के अनुसार शहबाज शरीफ आईएमएफ की शर्तों को लेकर काफी चिंतित नजर आ रहे हैं। जानकारी के आधार पर उन्होंने कहा है कि देश के पास आईएमएफ बेलआउट पैकेज को स्वीकार करने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा है।
ढीले पड़े पाकिस्तान के तेवर
इतना ही नहीं उन्होंने कहा कि यदि देश आईएमएफ कार्यक्रम को नहीं अपनाता है तो वह डिफ़ॉल्ट हो जाएगा। पाकिस्तान के पास डिफॉल्ट से बचने का एक ही रास्ता बचा है और वह है-अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष यानि कि IMF से मदद। पाकिस्तान आईएमएफ से बेलआउट पैकेज पर बात कर रहा है लेकिन उसकी कठिन शर्तों ने पाकिस्तान की हालत खराब कर दी है। ऐसे में आपकी जानकारी के बता दें कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ ने शुक्रवार को कहा है कि आईएमएफ की शर्तों को पूरा करने में पाकिस्तान को जिन आर्थिक चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है, वह कल्पना से परे हैं। उन्होंने कहा कि देश के वित्त मंत्री इशाक डार और उनकी टीम उन मुश्किलों से गुजर रही है जिसकी कोई कल्पना भी नहीं कर सकता।
मंगलवार को आईएमएफ की एक टीम पाकिस्तान पहुंची
इसी सप्ताह मंगलवार को आईएमएफ की एक टीम पाकिस्तान पहुंची, जो पाकिस्तान को 7 अरब डॉलर के ऋण कार्यक्रम में शामिल करने के लिए अपनी नौवीं समीक्षा बैठक कर रही है. कार्यक्रम की शर्तों को लागू करने के लिए टीम 9 फरवरी तक पाकिस्तान के वित्त मंत्री और उनकी टीम से बात करेगी. आईएमएफ की कुछ शर्तों को लागू करने के बाद पाकिस्तान में महंगाई और बढ़ गई है और रुपया ऐतिहासिक रूप से लुढ़क गया है। पाकिस्तान में पेट्रोलियम उत्पादों की कीमतों में 16 फीसदी और रसोई गैस की कीमतों में 30 फीसदी की बढ़ोतरी की गई है। इतना ही नहीं पीएम शाहबाज़ ने कहा कि अब युद्ध विकल्प नहीं है भारत से बातचीत करने को तैयार है।