विकराल महामारी का आकार ले चुका कोरोना वायारस संक्रमण का खतरा भले ही कुछ हद तक कम हो गया हो, लेकिन इसका प्रकोप अभी भी जारी है। दुनिया के कई देशों में कोरोना वायरस की दूसरी और तीसरी लहर तबाही मचा रही है। ऐसे में इससे निपटने के लिए बहुत ही ज्यादा सावधानी बरतनी की जरुरत है।
इसी मुद्दे पर ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने इंग्लैंड में कोविड-19 लॉकडाउन के आधिकारिक तौर पर समाप्त होने के बीच लोगों से वायरस बचाव संबंधी नियमों का सख्ती से पालन करने की सोमवार को अपील की। इसी के साथ कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए स्वास्थ्य मंत्री साजिद जाविद के संपर्क में आने के कारण जॉनसन खुद भी पृथक-वास में चले गए हैं।
जॉनसन ने वायरस के डेल्टा स्वरूप के बेहद संक्रामक होने को लेकर भी जनता को आगाह किया, जिसके कारण देश में संक्रमण की दर ऊंची बनी हुई है। सरकार ने लॉकडाउन को समाप्त करने के चौथे एवं अंतिम कदम के तौर पर कोविड-19 संबंधी प्रतिबंध पूरी तरह हटा लिए गए हैं। इसके बजाए लोगों को भीड़ से बचने और मास्क पहनने समेत कोविड से बचाव के लिए व्यक्तिगत तौर पर निर्णय लेने पर जोर दिया गया है।
जॉनसन ने ट्विटर पर साझा किए वीडियो संदेश में कहा, ” हम बड़े स्तर पर प्रतिबंधों को हटा रहे हैं जो उचित समय है। अगर अभी ऐसा नहीं करते तो हमें शरद ऋतु और सर्दियों के महीने में सबकुछ खोलना पड़ेगा और तब वायरस को ठंड के कारण फायदा होगा।”
उन्होंने कहा, ”अगर अभी हम ऐसा नहीं करते तो हमे खुद से पूछना पड़ता कि हम कब इसे खोल पाते? यह सही समय है लेकिन हमें पूरी तरह सावधान रहना होगा क्योंकि हमें यह याद रखना है कि दुर्भाग्य से वायरस अब भी हमारे आसपास मौजूद है। मामले बढ़ रहे हैं, हम वायरस के डेल्टा स्वरूप के व्यापक प्रसार को देख सकते हैं।” प्रधानमंत्री ने लोगों से आगे आकर टीके की खुराक लेने की भी अपील की।
जॉनसन ने वायरस के डेल्टा स्वरूप के बेहद संक्रामक होने को लेकर भी जनता को आगाह किया, जिसके कारण देश में संक्रमण की दर ऊंची बनी हुई है। सरकार ने लॉकडाउन को समाप्त करने के चौथे एवं अंतिम कदम के तौर पर कोविड-19 संबंधी प्रतिबंध पूरी तरह हटा लिए गए हैं। इसके बजाए लोगों को भीड़ से बचने और मास्क पहनने समेत कोविड से बचाव के लिए व्यक्तिगत तौर पर निर्णय लेने पर जोर दिया गया है।
जॉनसन ने ट्विटर पर साझा किए वीडियो संदेश में कहा, ” हम बड़े स्तर पर प्रतिबंधों को हटा रहे हैं जो उचित समय है। अगर अभी ऐसा नहीं करते तो हमें शरद ऋतु और सर्दियों के महीने में सबकुछ खोलना पड़ेगा और तब वायरस को ठंड के कारण फायदा होगा।”
उन्होंने कहा, ”अगर अभी हम ऐसा नहीं करते तो हमे खुद से पूछना पड़ता कि हम कब इसे खोल पाते? यह सही समय है लेकिन हमें पूरी तरह सावधान रहना होगा क्योंकि हमें यह याद रखना है कि दुर्भाग्य से वायरस अब भी हमारे आसपास मौजूद है। मामले बढ़ रहे हैं, हम वायरस के डेल्टा स्वरूप के व्यापक प्रसार को देख सकते हैं।” प्रधानमंत्री ने लोगों से आगे आकर टीके की खुराक लेने की भी अपील की।