शी जिनपिंग तीसरी बार चीन के राष्ट्रपति बनने जा रहे है। नेशनल पीपल्स कांग्रेस (NPC) की 14वीं बैठक में शी जिनपिंग के तीसरी बार राष्ट्रपति बनने पर मुहर लग चुकी है। जिसके बाद अब जिनपिंग की ताकत और ज्यादा बड़ जाएगी। चीन के राष्ट्रपति 10 मार्च से तीसरे कार्यकाल की शुरुआत होगी। उनकी तरफ से जारी इस बैठक में जिनपिंग ने चीनी सरकार और अर्थव्यवस्था पर पकड़ और मजबूत की है।
शी जिनपिंग का तीसरा कार्यकाल
एक रिपोर्ट्स के मुताबिक इस बैठक में शी जिनपिंग का कार्यकाल तीसरी बार बढ़ाया गया है। जिससे चीन में उनकी ताकत को और मजबूती मिलेगी। उनकाे राज्याभिषेक ने उन्हें आधुनिक चीन का सबसे लंबे समय तक सेवा करने वाला राज्य प्रमुख बनने बना दिया है। इसका मतलब होगा कि शी जिनपिंग अपने 70 के दशक में अच्छी तरह से शासन करेंगे। और अगर कोई चुनौती सामने नहीं आती है तो उनका कार्यकाल और भी लंबे समय तक रहेगा।
चीन ने एक अहम बैठक में लिया फैसला
बता दें उनका तीसरा कार्यकाल ऐसे समय पर शुरू हो रहा है जब दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था धीमी गति से बढ़ रही है। इस बैठक में ये भी फैसला लिया गया है कि इस साल चीन अपनी रक्षा पर साल 2023 में 18 लाख करोड़ रुपए खर्च करेगा। जो भारत के डिफेंस बजट से लगभग 3 गुना ज्यादा है। वहीं, 2023 के लिए चीन की इकोनॉमिक ग्रोथ के टारगेट को 5 प्रतिशत रखा है।
चीन अपनी रक्षा के लिए 18 लाख करोड़ खर्च करेगा
चीन की तरफ से हो रही हो रही ये बैठक हफ्तेभर से जारी रहेगी। इसमें 69 वर्षीय शी को कुछ चुनौतियों का भी सामना करना पड़ा। उनकी जीरो-कोविड नीति को लेकर भी कई सवाल उठे हालांकि उन्होंने इन सबसे पार पा लिया है। और अब चीन खुद को मजबूत करने की दिशा में काम कर रहा है।
शी जिनपिंग का तीसरा कार्यकाल
एक रिपोर्ट्स के मुताबिक इस बैठक में शी जिनपिंग का कार्यकाल तीसरी बार बढ़ाया गया है। जिससे चीन में उनकी ताकत को और मजबूती मिलेगी। उनकाे राज्याभिषेक ने उन्हें आधुनिक चीन का सबसे लंबे समय तक सेवा करने वाला राज्य प्रमुख बनने बना दिया है। इसका मतलब होगा कि शी जिनपिंग अपने 70 के दशक में अच्छी तरह से शासन करेंगे। और अगर कोई चुनौती सामने नहीं आती है तो उनका कार्यकाल और भी लंबे समय तक रहेगा।
चीन ने एक अहम बैठक में लिया फैसला
बता दें उनका तीसरा कार्यकाल ऐसे समय पर शुरू हो रहा है जब दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था धीमी गति से बढ़ रही है। इस बैठक में ये भी फैसला लिया गया है कि इस साल चीन अपनी रक्षा पर साल 2023 में 18 लाख करोड़ रुपए खर्च करेगा। जो भारत के डिफेंस बजट से लगभग 3 गुना ज्यादा है। वहीं, 2023 के लिए चीन की इकोनॉमिक ग्रोथ के टारगेट को 5 प्रतिशत रखा है।
चीन अपनी रक्षा के लिए 18 लाख करोड़ खर्च करेगा
चीन की तरफ से हो रही हो रही ये बैठक हफ्तेभर से जारी रहेगी। इसमें 69 वर्षीय शी को कुछ चुनौतियों का भी सामना करना पड़ा। उनकी जीरो-कोविड नीति को लेकर भी कई सवाल उठे हालांकि उन्होंने इन सबसे पार पा लिया है। और अब चीन खुद को मजबूत करने की दिशा में काम कर रहा है।