कांग्रेस नेता और अभिनेता शत्रुघ्न सिन्हा ने देश की अर्थव्यवस्था की स्थिति को लेकर रविवार को मोदी सरकार पर जोरदार हमला बोला है। उन्होंने लगातार सात ट्वीट कर केंद्र सरकार पर कई सवाल खड़े किए हैं। शत्रुघ्न सिन्हा ने ट्विटर पर लिखा, ”सर, स्पष्ट रूप से आर्थिक मंदी इस समय हर किसी के बात करने का मुद्दा है… क्या आपको नहीं लगता कि हमें इसके बारे में कुछ करना चाहिए?”
दूसरे और तीसरे ट्वीट में उन्होंने लिखा, ”वित्तीय संस्थान और बाजार संकट में हैं। निजी क्षेत्र के व्यवसायों में डर है। यहां तक कि आम लोग भी इस स्थिति से उबरने के लिए आपकी सरकार की ओर देख रहे हैं, जिसने अब तक कई प्रमुख क्षेत्रों और उद्योगों को प्रभावित किया है- कृषि से लेकर ऑटोमोबाइल, साबुन से लेकर शैंपू तक और कपड़ों से लेकर बिस्कुट तक। टेक्सटाइल, एविएशन, ऑटोमोबाइल, नॉन-बैंकिंग फाइनेंस और कंज्यूमर गुड्स इंडस्ट्री में उत्पादन की कमी और छंटनी से सबसे ज्यादा नुकसान हो रहा है। इस मंदी के के कारण बेरोजगारी की दर 6% से अधिक हो गई है, जो 45 सालों में सबसे ज्यादा है। 3 करोड़ से अधिक लोग बेरोजगार हैं!”
एक अन्य एवं चौथे ट्वीट में मंदी की मार झेल रहे पारले जी का उदाहरण देते हुए शत्रुघ्न ने कहा, ”आर्थिक स्थिति का एक गंभीर प्रमाण पारले जी बिस्कुट है, जिसने उपभोक्ता मांग में गिरावट के कारण 10,000 से अधिक लोगों की छंटनी करने का निर्णय लिया है, जिसे हम सभी खाते हुए बड़े हुए हैं! …कुकी वास्तव में चूर-चूर होने लगी है!
पांचवे ट्वीट में कांग्रेन नेता ने कहा कि भारतीय उड्डयन उद्योग अपने सबसे खराब मंदी के दौर से गुजर रहा है…..यह तो अभी आगज है आगे देखना है क्या होगा। इस गड़बड़ी का कारण क्या है? नोटबंदी? जीएसटी? नीतियां? हम विचार करते रहते हैं…. लेकिन हम यह भी जानते हैं कि आप, माननीय प्रधान मंत्री महोदय, हीरो हैं।
छठे ट्वीट में उन्होंने ने लिखा कि इस अर्थव्यवस्था को कौन बचाएगा…..कृपया एक अस्थिर और संघर्षशील अर्थव्यवस्था को पुनर्जीवित करने के लिए एक विस्तृत रोडमैप और राहत के पैकेज का प्रस्ताव करें। यदि आप मानते हैं कि इस लक्ष्य को प्राप्त करने में आपकी सहायता करने के लिए देशभर के चैंपियन और मेरे जैसे लोगों की कोई भी सहायता आपके लक्ष्य को पूरा करने के लिए मदद कर सकते हैं।
सातवे अथवा अंतिम ट्वीट में शत्रुघ्न सिन्हा ने लिखा कि मुझे किशोर कुमार का एक बहुत ही लोकप्रिय गीत याद आ रहा है …. “आने वाला पाल, जाने वाला है, हो सके तो इसमें, ज़िंदगी बिता दो, पल जो ये जाने वाला है” …अभी भी उम्मीद है, और हम जानते हैं कि यह बेहतर हो जाएगा! जय हिन्द!”