बेंगलुरु ग्रामीण जिले के होसाकोटे विधानसभा क्षेत्र से निर्दलीय विधायक शरत बचेगौड़ा ने कर्नाटक में विपक्षी कांग्रेस को समर्थन दिया है। पार्टी ने गुरुवार को यह बात कही।
कांग्रेस के एक पदाधिकारी ने कहा, ‘शरत ने हमारी पार्टी की राज्य इकाई के अध्यक्ष डी.के. शिवकुमार से मुलाकात की और अपने निर्वाचन क्षेत्र और अपने लोगों के विकास में सहयोगी मानकर कांग्रेस को अपना समर्थन दिया।’
संयोगवश, 37 वर्षीय शरत, बेंगलुरु से लगभग 70 किलोमीटर उत्तर-पूर्व में स्थित चिक्काबल्लापुर से भाजपा के लोकसभा सदस्य बी.एन. बचेगौड़ा के बेटे हैं।
शरत 5 दिसंबर, 2019 के उपचुनाव में होसाकोटे से जीते थे। सत्तारूढ़ भाजपा ने जब उन्हें टिकट देने से इनकार कर दिया, तब निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़कर उन्होंने कांग्रेस प्रत्याशी व पूर्व मंत्री एम.टी.बी. नागराज को हराया था।
शरत ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया की मौजूदगी में शिवकुमार को अपना समर्थनपत्र देने के बाद कहा, ‘मैं विधानसभा में निर्दलीय विधायक के रूप में ही रहूंगा, लेकिन केंद्र और राज्य सरकारों द्वारा कृषि कानूनों को निरस्त करने की मांग सहित विभिन्न मुद्दों पर कांग्रेस को बाहरी समर्थन देता रहूंगा।’
शरत ने अपने निर्वाचन क्षेत्र में विकास की कमी के लिए भाजपा सरकार को दोषी ठहराया, क्योंकि कोविड महामारी के बीच धन जारी नहीं किया गया।