वर्तमान में भारतीय टीम एक अहम टेस्ट सीरीज खेल रही है, जोकि ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेला जा रहा हैं। दोनों देश के बीच यह चार टेस्ट मैचों का बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी है,जिसके पहले मुकाबले को भारतीय टीम ने एकतरफा तरीके से 1 इनिंग और 132 रन से जीती हैं। 17 फरवरी से अब दूसरा मुकाबला दिल्ली के अरुण जेटली मैदान पर खेला जाएगा। वहीं मुकाबले से पहले भारतीय टीम को एक झटका लगा है, हालांकि यह झटका सिर्फ एक मैचों के लिए भारतीय टीम को लगा हैं। टीम के तेज गेंदबाज जयदेव उनादकट दूसरे टेस्ट मैच से पहले बाहर हो चुके हैं।
भारतीय टीम के तेज गेंदबाज जयदेव उनादकट इन दिनों बेहतरिन फॉर्म में चल रहे हैं। उन्होंने कुछ दिनों पहले अपनी रणजी ट्रॉफी टीम सौराष्ट्र की कप्तानी करते हुए जबरदस्त गेंदबाजी की थी, जिसकी वजह से उन्हें पिछले साल के अंत में हुए बांग्लादेश के खिलाफ टेस्ट सीरीज में शामिल किया गया था। वहां उन्होंने काफी बढ़िया गेंदबाजी भी की थी। वहीं उसी को देखते हुए भारतीय टीम के सिलेक्टर्स ने उन्हें ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के लिए भारतीय टीम में शामिल भी किया था। 9 फरवरी से खेले गए पहले मुकाबले में वो प्लेइंग-11 में शामिल थे, मगर फिर भी भारतीय टीम ने एकतरफा जीत हासिल की थी। वहीं दूसरे टेस्ट मैच के लिए उन्हें टीम स्क्वाड से बाहर कर दिया गया हैं।
जयदेव उनादकट को टीम से बाहर होने का एक खास रीजन हैं। दरअसल घरेलू क्रिकेट का सबसे बड़ा टूर्नामेंट रणजी ट्रॉफी खेला जा रहा, जिसका 16 फरवरी से फाइनल मुकाबला खेला जाएगा। इस फाइनल मुकाबले में सौराष्ट्र और बंगाल की टीम फाइनल में पहुंच चुकी हैं। वहीं सौराष्ट्र की टीम के कप्तान जयदेव उनादकट हैं, जिसकी वजह से उन्हें अपनी टीम का नेतृत्व करने के लिए वापस बुलाया गया हैं। जयदेव फाइनल को जीत कर अपनी टीम को चौथी बार विजेता बनाने की पूरी कोशिश करेंगे। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि सौराष्ट्र की टीम 1936-37 में नवानगर के नाम से, 1943-44 में वेस्टर्न इंडिया के नाम से और 1950-51 में पहली बार सौराष्ट्र के नाम से रणजी ट्रॉफी का फाइनल जीती थी।
गौरतलब हो कि बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के पहले मुकाबले में भारतीय टीम के गेंदबाजों ने ऑस्ट्रेलिया के सामने कहर बरपा दिया था, जिसकी वजह से भारत ने तीसरे दिन के दूसरे सेशन में ऑस्ट्रेलिया के सभी विकेट मात्र 91 रन पर ले लिए थे। तो पिछले मुकाबले की गेंदबाजी प्रदर्शन को देखते हुए ऐसा बिल्कुल भी नहीं लगता है कि रोहित शर्मा दूसरे मुकाबले में कोई परिवर्तन करते भी। तो जयदेव का एक मुकाबले के लिए टीम से बाहर होने से कोई खास फर्क नहीं पड़ने वाला है क्योंकि हो सकता था कि वो दूसरे मुकाबले में भी बेंच पर बैठे ही नजर आते। हालांकि आपको यह भी बता दें कि जयदेव की जगह पर भारतीय टीम में किसी भी अन्य खिलाड़ी को टीम में शामिल नहीं किया गया है क्योंकि वो तीसरे मुकाबले के लिए वापस से टीम से जुड़ सकते हैं।