अभी हाल ही में भारत में सबसे बड़ा कदम उठाया और इस कदम के बाद दुनिया में अब खलबली मच गया है। भारत ने गैर बासमती चावल के निर्यात पर रोक लगा दिया है और इसके बाद अब महाशक्ति अमेरिका के साथ-साथ पूरी दुनिया में खलबली मची हुई है। क्योंकि भारत ऐसा देश है जो कि 100 से अधिक देशों को चावल की आपूर्ति करता है और भारत के वजह से उनकी व्यवस्था सही से चल पाती है तो आज की खबर में हम आपको बताएंगे कि कैसे भारत के फैसले से दुनिया में हड़कंप मच गई है और कौन से हैं वह पांच देश जहां पर त्राहिमाम हो गया है।
भारत के चावल का महत्व
आगे बढ़ने से पहले हमें यह जानना होगा कि अंतरराष्ट्रीय बाजारों में भारत की चावल की क्या महत्व है एक रिपोर्ट कहती है कि लगभग लगभग 40% हिस्सेदारी भारत पर अकेले ही चावल के मार्केटिंग में करता है और जिसमें से 25% हिस्सेदारी अकेली गैर बासमती चावल की है। अब भारत में पड़े फैसले लेते हुए गैर बासमती चावलों को दुनिया में याद करने को इन देशों की सूची में सबसे ऊपर नाम आ रहा है।
अमेरिका, इटली, थाईलैंड, स्पेन और श्रीलंका जो कि भारत से चावल के सबसे बड़े आयात करने वाले देश है। साथ ही साथ भारत के चावल पर पूरी तरीके से आधारित सिंगापुर, फिलीपींस हांगकांग और मलेशिया जैसलमेर भी चावल की कीमत आसमान छू रही है। विदेशी बाजारों में भारतीय चावल की काफी मांग रहती है और सबसे ज्यादा आपूर्ति अमेरिका को तेलंगाना और आंध्र प्रदेश से किया जाता है लेकिन यहां पर सवाल उठता है कि आखिर क्यों भारत सरकार को चावल पर बैन लगाने की जरूरत पड़ी।
इस कारण लगा बैन
सरकार के मुताबिक घरेलू बाजारों में चावल की कीमतें लगातार बढ़ रही है और इससे देखा गया है कि बीते 1 साल में रिटेल मार्केट में चावल की कीमत 11% से अधिक पड़ी है और वही पिछले 3 महीने में ही इनकी कीमत 3% तक महंगा हो गया है। इस बीच घरेलू बाजार में चावल की अस्थिरता और कीमतों में कमी लाने के लिए भारत सरकार ने सुनिश्चित किया है कि अब गैर बासमती राइस का निर्यात नहीं किया जाएगा आपको बता दें कि अभी बासमती राइस किसी भी प्रकार का नहीं लगा है।
भारत के एक फैसले के बाद अब दुनिया के अलग-अलग कोनों से कई तरीके की वीडियो सामने आ रही है कुछ वीडियो में दावा किया जा रहा है कि अमेरिका के लोग एक साथ 10-10 पैकेट चावल खरीद रहे हैं क्योंकि उन्हें डर है कि भारत के फैसले से वहां पर चावल की किल्लत हो जाएगी।