उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को बुधवार को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए सुशासन दिवस के रूप में मनायी जाने वाली उनकी जयंती के मौके पर देशवासियों से पारदर्शी सक्षम प्रशासन का संकल्प लेने की अपील की है।
नायडू ने ट्वीट किया, “आज पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी जी की जयंती के अवसर पर सुशासन दिवस के उपलक्ष्य में लोकोपकारी, पारदर्शी, सक्षम प्रशासन के प्रति नव प्रतिबद्धता और संकल्प लें।” उन्होंने लोगों से सरकार की योजनाओं को सफल बनाने का आह्वान करते हुए कहा, “जन कल्याणकारी योजनाओं की सफलता के लिए जनभागीदारी जरूरी है। सरकारी योजनाओं और कार्यक्रमों को जन अभियान बनाएं।”
इससे पहले उपराष्ट्रपति ने वाजपेयी द्वारा रचित एक कविता का अंश उद्धृत करते हुए एक अन्य ट्वीट में कहा, “आज श्रद्धेय अटल जी की जयंती के अवसर पर उनकी ही पंक्तियों से हमारे समय के अजातशत्रु को विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं- “मौत की उम्र क्या? दो पल भी नहीं, ज़िन्दगी सिलसिला, आजकल की नहीं, मैं जी भर जिया, मैं मन से क्यों मरूं, लौट कर आऊंगा, कूच से क्यों डरूं” शत शत नमन।”
आज श्रद्धेय अटल जी की जन्म जयंती के अवसर पर उनकी ही पंक्तियों से हमारे समय के अजातशत्रु को विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं-
“मौत की उम्र क्या? दो पल भी नहीं,
ज़िन्दगी सिलसिला, आजकल की नहीं,
मैं जी भर जिया, मैं मन से क्यों मरूं,
लौट कर आऊंगा, कूच से क्यों डरूं”शत शत नमन pic.twitter.com/Krmr6VVktM
— Vice President of India (@VPSecretariat) December 25, 2019
उल्लेखनीय है कि वाजपेयी का जन्म 25 दिसंबर 1924 को हुआ था। उनकी जयंती सुशासन दिवस के रूप में मनायी जाती है।