राफेल सौदा विवादों में घिरी अनिल अंबानी समूह की फर्म रिलायंस एंटरटेनमेंट ने फ्रांस की अभिनेत्री निर्माता जूलिए गाएट के साथ फिल्म को वित्तीय मदद देने का समझौता करने के आरोपों को खारिज किया है। आपको बता दे कि रिलायंस एंटरटेनमेंट पर राफेल ऑफसेट ठेका हासिल करने के लिए फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद की साझीदार के साथ समझौता करने का आरोप है।
बता दे कि रिलायंस एंटरटेनमेंट के प्रवक्ता के अनुसार, हमारी कंपनी ने जूली गेयेट या फिर उनकी कंपनी के साथ कोई समझौता नहीं किया था और ना ही कोई पेमेंट की गई है।
कंपनी के अनुसार रिलायंस एंटरटेनमेंट ने जूली गाए या उनकी कंपनी रूग इंटरनेशनल के साथ कोई समझौता नहीं किया है, न ही रिलायंस एंटरटेनमेंट की ओर से nOmber One फिल्म के संदर्भ में दोनों में किसी को कोई भुगतान किया गया है। फिल्म की घोषणा के समय उसका नाम nOmber One था, जो बाद में Tout La-Haut नाम संग रिलीज हुई।
राफेल के ऑफसेट करार पर लोगों को सही नहीं दी जा रही है जानकारी – रघुनाथ नांबियार
अनिल अंबानी की कंपनी के अनुसार उसे फिल्म के फ्रेंच निर्माता की ओर से लद्दाख के दुर्गम इलाकों में शूटिंग के लिए प्रोडक्शन सेवाएं देने हेतु 3 लाख यूरो का भुगतान किया गया। Tout La-Haut की शूटिंग फ्रांच के अलावा नेपाल और लद्दाख में हुई थी।
आपको बता दे कि एक अग्रेजी अख़बार की अगस्त में रिपोर्ट दी थी कि 24 जनवरी, 2016 को रिलायंस एंटरटेनमेंट ने घोषणा की थी कि उसने जूली गाए की फर्म, रूग इंटरनेशनल के साथ एक फ्रेंच फिल्म बनाने का समझौता किया है। इसके दो दिन बाद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और ओलांद ने दिल़्ली में 36 रफाल एयरक्राफ्ट की खरीद के एमओयू पर हस्ताक्षर किये।
इससे पहले फ्रांस के वर्तमान राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने बुधवार को सौदे से यह कहते हुए पल्ला झाड़ लिया कि जब लड़ाकू जेट की खरीद के सौदे हुए थे तब वह सत्ता में नहीं थे।
उन्होंने कहा कि इस मसले पर वह प्रधानमंत्री मोदी की बात मानेंगे। वह इस सवाल का जवाब दे रहे थे कि फ्रांस्वा ओलांद के समय हुए राफेल सौदे में क्या फ्रांस को भारतीय साझेदार के तौर पर रिलायंस समूह को रखने के बारे में कहा गया था। उन्होंने कहा कि राफेल सौदा भारत के साथ व्यापक रणनीतिक संबंध का हिस्सा है और उनके लिए काफी महत्वपूर्ण है।