नई दिल्ली : अच्छे तिमाही परिणामों की उम्मीद में वित्त एवं बैंकिंग क्षेत्रों के शेयरों में जबरदस्त लिवाली के दम पर बीएसई का सेंसेक्स 35 हजार अंक और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 10,800 अंक के करीब पहुंचकर नये रिकॉर्ड स्तर पर बंद हुआ। बाजार में लगातार तीसरे कारोबारी दिवस तेजी रही।
बैंकों के अच्छे तिमाही परिणामों की उम्मीद में निवेशकों ने बैंकिंग कंपनियों में जमकर पैसा लगाया। वित्तीय कंपनियों में भी उनकी धारणा सकारात्मक बनी रही। दूरसंचार और ऑटो समूह पर दबाव जरूर रहा, लेकिन इसका असर बाजार पर कुछ खास नहीं दिखा। सेंसेक्स 94.82 अंक चढ़कर 34,687.21 अंक पर खुला और यही इसका दिवस का निचला स्तर भी रहा। खुलते ही यह 34,750 अंक के पार पहुंच गया और पूरे दिन इससे ऊपर बना रहा। कारोबार के दौरान एक समय यह 34,963.69 अंक के दिवस के उच्चतम स्तर पर भी पहुंचा। अंतत: यह गत दिवस के मुकाबले 0.73 प्रतिशत यानी 251.12 अंक चढ़कर 34,843.51 अंक पर बंद हुआ जो इसका अब तक का रिकॉर्ड स्तर है। सेंसेक्स की कंपनियों में एचडीएफसी के शेयर छह फीसदी से अधिक चढ़। आईसीआईसीआई बैंक ने भी साढ़ तीन प्रतिशत से अधिक का मुनाफा कमाया। ओएनजीसी के शेयर सबसे ज्यादा करीब दो फीसदी टूटे।
निफ्टी भी 37.25 अंक की बढ़त में 10,718.50 अंक पर खुला। शुरुआती कारोबार में ही 10,713.80 अंक के दिवस के निचले स्तर को छूने के बाद इसका ग्राफ लगातार ऊपर की ओर बढ़ता गया। कारोबार के दौरान 10,782.65 अंक के दिवस के उच्चतम स्तर को छूकर गत दिवस की तुलना में 0.56 प्रतिशत यानी 60.30 अंक ऊपर यह 10,741.55 अंक पर बंद हुआ। निफ्टी की 50 में से 20 कंपनियां हरे और शेष 30 लाल निशान में रहीं। दिग्गज कंपनियों की तुलना में छोटी कंपनियों में निवेशकों ने कम पैसा लगाया जबकि मझौली कंपनियों में वे बिकवाल रहे। बीएसई का स्मॉलकैप 0.27 प्रतिशत की तेजी के साथ पहली बार 20 हजार अंक के पार 20,046.90 अंक पर बंद हुआ। मिडकैप 0.04 प्रतिशत टूटकर 18,128.88 अंक पर बंद हुआ। बीएसई में कुल 3,117 कंपनियों के शेयरों में कारोबार हुआ। इनमें 1,534 बढ़त में और 1,386 गिरावट में रहीं। शेष 197 के शेयर दिन भर के कारोबार के बाद अंतत: स्थिर बंद हुये। एशियाई बाजारों के सकारात्मक रुख से भी घरेलू शेयर बाजार में तेजी रही।
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